गरियाबंद:गरियाबंद (Gariaband)में महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन (Mahila sashaktikaran mahaasammelan) में महिलाओं (Women)की जमकर भीड़ उमड़ी. इस अवसर पर 10,000 से अधिक महिलाएं गांधी मैदान (Gandhi Maidan) में एकत्र हुई.इस महासम्मेलन में खास बात यह रही कि आयोजन में सिर्फ महिलाएं ही थी. इस कार्यक्रम में पुरुषों की मनाही थी. यानी कि पुरुषों को कार्यक्रम में प्रवेश निषेध था.
महिलाओं को किया गया सम्मानित महिलाओं को किया प्रेरित
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक श्रीमती पारुल माथुर (Superintendent of Police Smt Parul Mathur) ने महिलाओं का हौसला बढ़ाया. उन्हें घर के अलावा अन्य कई तरह के कामों के लिए प्रेरित किया. साथ ही उन्होंने कहा कि आधी आबादी जब स्वरोजगार से जुड़ेगी तब गांव और प्रदेश उन्नति करेगा उन्होंने महिलाओं को किसी भी तरह के उत्पीड़न या घरेलू हिंसा से ना डरते हुए आगे बढ़ने की सलाह दी.
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गुलाबी हुआ गरियाबंद
पद्मश्री फूलबासन बाई (Padmashree Phoolbasan Bai)ने गरियाबंद की महिलाओं के जज्बे की तारीफ करते हुए कहा कि एक बुलावे पर 10,000 से अधिक महिलाएं गांधी मैदान में एकत्र हुई. यह यहां की महिलाओं के आगे बढ़ने की इच्छा शक्ति को दर्शाता है. आज गरियाबंद गुलाबी हो गया है. नारी शक्ति आज यहां अपनी ताकत दिखा रही है. दो मुट्ठी चावल, दो मुट्ठी दाल और ₹2 के साथ एक पुरानी साड़ी के माध्यम से आयोजित किया गया यह कार्यक्रम अपने आप में अनोखा है. यहां आई भीड़ यह दर्शाती है कि अब महिलाएं घर की चारदीवारी में कैद नहीं रहने वाली.
महिलाओं को किया गया सम्मानित
बताया जा रहा है कि इस कार्यक्रम में राज्यपाल (Governor)शामिल होने वाली थी, लेकिन किसी कारणवश उनका दौरा रद्द हो गया. बाकी वरिष्ठ अतिथियों ने गरियाबंद जिले में अच्छा कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया. दर्जन भर से अधिक महिलाओं को विभिन्न क्षेत्रों के लिए सम्मानित किया गया.