दुर्ग: पुलिस ने अंतर्राज्यीय चोर गिरोह का भंडाफोड़ कर बड़ी सफलता हासिल की है. तीन चोरों को गिरफ्तार कर पुलिस ने एक लाख से अधिक के सामान भी जब्त किए हैं.
बता दें कि यह चोर गिरोह उत्तर प्रदेश के बनारस में अपनी चोरी की वारदातों को अंजाम दे चुका है. इन चोर गिरोह के खिलाफ चोरी के 29 मामले थाने में दर्ज है.
चोरी करना गिरजेश सिंह का शौक
गिरोह का मुख्य सरगना गिरजेश सिंह उर्फ मंटू उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले का रहने वाला है. खास बात ये है कि सरगना गिरजेश सिंह बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) के बीएससी का छात्र रह चुका है और चोरी करना इसका शौक है. गिरजेश सिंह की पत्नी श्यामली उसकी चोरी में बंटी बबली फिल्म की तरह उसका साथ देती थी.
पत्नी बंद घरों की करती थी रेकी
गिरोह का एक अन्य सदस्य रविशंकर जो कि उत्तर प्रदेश के वाराणसी का रहने वाला है, वह दुर्ग के सुभाष नगर में किराये के मकान में रहकर गिरजेश के साथ चोरी की घटनाओं को अंजाम देता था. गिरजेश की पत्नी श्यामली आस-पास के बंद घरों की रेकी किया करती थी और जिस घर में ताला लगा हुआ या खाली मकान मिलता था, उसकी सूचना अपने पति व उसके दोस्त को देती थी. इसके बाद ये चोर गिरोह चोरी की वारदातों को अंजाम दिया करता था. जिस क्षेत्र में ये रहते थे उसके आस-पास ही चोरी की घटना को अंजाम देते थे.
कारनामों का खुलासा पुलिस के सामने हुआ
ये तीनों आरोपियों ने मिलकर दुर्ग के पद्मनाभपुर पुलिस चौकी इलाके में 5 चोरी की घटना को अंजाम दिया था. चोरी की वारदातों को अंजाम देकर भागते समय आरोपियों के हुलिये पर क्षेत्रवासियों की नजर पड़ी और संदिग्धों की सूचना पर पुलिस ने इनको हिरासत में लेकर पूछताछ की. तब जाकर इस गिरोह के कारनामों का खुलासा पुलिस के सामने हुआ. ये आरोपी पहले भी रायपुर में चोरियों के मामले में जेल जा चुके हैं. क्षेत्र में हुई चोरियों के अन्य मामले में भी पुलिस को इन पर शक है.
बनारस में बेचते थे चोरी के गहने
इधर कई चोरियों के मामले को अंजाम देने के बाद चोरी की हुई सोने-चांदी को ठिकाना लगाने के लिए बनारस के ज्वेलरी शॉप में बेचना बताया जा रहा है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है.