दुर्ग:ताइक्वांडो की इंटरनेशनल प्लेयर शिवानी वैष्णव की मुफलिसी भरी जिंदगी की कहानी ETV भारत ने प्रमुखता से दिखाई थी. खबर दिखाए जाने के 24 घंटे के भीतर सरकार की ओर से मदद पहुंचाई गई है. शिवानी वैष्णव ने ETV भारत को धन्यवाद दिया है. खिलाड़ी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को भी मदद के लिए शुक्रिया कहा है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के ओएसडी मनीष बंछोर खुद ताइक्वांडो खिलाड़ी के घर मदद पहुंचाने गए थे.
शिवानी को 24 घंटे के अंदर मिली सीएम से मदद सीएम भूपेश बघेल के ओएसडी मनीष बंछोर ने शिवानी के साथ ही उनके पिता की सेहत की जानकारी ली. उन्होंने 11 हजार रुपए का आर्थिक सहयोग भी किया. ओएसडी बंछोर ने मुख्यमंत्री सहायता कोष से भी आर्थिक मदद दिलाने का शिवानी को आश्वासन दिया.
सीएम बघेल से मदद की लगाई थी गुहार
दुर्ग की शिवानी वैष्णव ताइक्वांडो और कराते में इंटरनेशनल खेल चुकी हैं, लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने की वजह से उनका खेल करियर खत्म करने की कगार पर पहुंच गया है. शिवानी ने ETV भारत के माध्यम से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मदद मांगी थी. शिवानी ने कहा था कि परिवार की हालत ठीक नहीं होने के कारण उसे अपना खेल छोड़कर दूसरा काम करना पड़ रहा है, लिहाजा सरकार उसकी और उसके परिवार की मदद करे.
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24 घंटे के अंदर मिली आर्थिक सहायता
शिवानी के घर ओएसडी मनीष बंछोर के साथ कुम्हारी नगर पालिका अध्यक्ष राजेश्वर सोनकर भी मौजूद रहे. अध्यक्ष सोनकर ने बताया कि मुख्यमंत्री के ओएसडी मनीष बंछोर ताइक्वांडो प्लेयर शिवानी के घर पहुंचे और शिवानी की आर्थिक सहायता की गई. साथ ही मुख्यमंत्री ने स्वेच्छा अनुदान के तहत भी मदद दिलाने की बात कही है. इसके लिए कुम्हारी नगर पालिका को निर्देश दिया गया कि जल्द ही शिवानी का स्वेच्छा अनुदान के लिए आवेदन भरा जाए.
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हरसंभव मदद की जाएगी: कलेक्टर
ETV भारत पर शिवानी की आर्थिक बदहाली की खबर के बाद दुर्ग कलेक्टर डॉक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने उसकी हर संभव मदद करने की बात कही है. कलेक्टर भुरे ने कहा कि हर खिलाड़ी राज्य और देश के लिए गौरव होता है. संबंधित पालिका के सीएमओ को निर्देशित किया जाएगा, साथ ही जल्द से जल्द शिवानी की मदद की जाएगी. इसके साथ ही स्वेच्छा अनुदान की भी मांग की जाएगी.
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परिवार की आर्थिक स्थिति खराब
दुर्ग की शिवानी वैष्णव ताइक्वांडो (taekwondo) और कराते (karate) में इंटरनेशनल खेल चुकी हैं, लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने की वजह से उनका खेल करियर खत्म होने की कगार पर पहुंच गया है.
- शिवानी ने ब्लॉक स्तर से ताइक्वांडो (taekwondo) का सफर शुरू किया.
- साल 2017-18 में बलौदाबाजार स्टेट लेवल में स्वर्ण पदक पाया था.
- इसके बाद 2018 में नेशनल कराते में सिल्वर मेडल जीता.
- इसी तरह दिल्ली में 2019-20 में नेशनल कॉम्पीटिशन में शिवानी (Shivani) ने गोल्ड मेडल जीता.
- साल 2019 में इंटरनेशनल ताइक्वांडो (international taekwondo) में कुर्की-वन में कोलकाता में हुई स्पर्धा में सिल्वर मेडल जीता.
- शिवानी ने अब तक स्टेट लेवल में 14 गोल्ड, 5 सिल्वर और 4 ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं. इतना ही नहीं शिवानी महज 17 साल की उम्र में ताइक्वांडो की स्टेट रेफरी भी रह चुकी है.
ETV भारत पर खबर प्रकाशित होने के बाद पहुंचा प्रशासन
आपको बता दें कि ईटीवी भारत ने 21 जून को शिवानी की खबर प्रमुखता से दिखाई थी. जिसके बाद शासन-प्रशासन के साथ सामाजिक संगठन के लोग भी मदद के लिए सामने आ रहे हैं. शिवानी ने महज 17 साल की उम्र में खेल जगत में अच्छा नाम कमाया है. लेकिन परिस्थतियों ने कम उम्र में ही उसके कांधे पर एक बड़ा बोझ लाद दिया है. पिता की तबीयत बिगड़ने के बाद से परिवार में कमाने वाला कोई नहीं है. मां लकड़ी टाल में काम करने को मजबूर है. लेकिन मां जितना पैसा वह कमाती हैं, वो पिता के इलाज में चला जाता है. पिता की हालत और घर की जिम्मेदारी को देखते हुए शिवानी ने बच्चों को ताइक्वांडो की कोचिंग देनी शुरू की. लेकिन कोरोना (corona) की वजह से कोचिंग बंद हो गई. हालांकि इस दौरान शिवानी (Shivani) कुछ बच्चों के घरों में जाकर ट्रेनिंग दे रही हैं. लेकिन जब इससे भी खर्चे पूरे नहीं हुए तो उन्हें सिलाई शुरू करनी पड़ी. उससे भी बात नहीं बनी तो अब मोहल्ले के लोगों के कपड़े सिलकर उससे कुछ पैसे कमा रही है.
शिवानी ने ETV भारत से बात करते हुए कहा था कि परिवार की हालत खराब होने के चलते वो ठीक से प्रैक्टिस नहीं कर पा रही हैं. क्योंकि ज्यादातर ध्यान घर चलाने को लेकर है. उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (cm bhupesh baghel) से मदद की गुहार लगाई थी. लेकिन अब शासन-प्रशासन का ध्यान उन पर गया है. उम्मीद करते हैं ये उनकी जिंदगी की नई रोशनी हो.