दुर्ग: डॉक्टर को ऐसे ही धरती का भगवान नहीं कहा जाता. सच है कि अगर डॉक्टर्स न हों, तो न जाने कितनी ही जिंदगियां समय से पहले ही काल के गाल में समा जाएंगी. वो जिंदगी देता भी है और जान बचाता भी है. कोरोना संक्रमण के इस संकट के वक्त में भी डॉक्टर्स अपनी भूमिरा बखूबी निभा रहे हैं. छत्तीसगढ़ में कोरोना ने कोहराम मचाकर रखा है. ऐसे हालातों में कोरोना वॉरियर्स डॉक्टर और अस्पताल स्टाफ लगातार मरीजों की जान बचाने में जुटे हुए हैं. डॉक्टर लगातार अस्पताल में 24-24 घंटे की सेवाएं दे रहे हैं. लगातार वे अस्पताल में रहते हुए मरीजों का इलाज कर रहे हैं. ऐसी ही तस्वीर दुर्ग से आई है, जहां लगातार 12 दिनों तक 24 घंटे अस्पताल के ट्रायज एरिया में कोई भी कोरोना वॉरियर बैठ नहीं पाया. जब एक घंटे कोई मरीज इस सेंटर में नहीं पहुंचा, तब जाकर डॉक्टर कुछ पल के लिए कुर्सी पर ही आराम करते दिखे.
हिम्मत न छोड़ें: इन बुजुर्गों ने कोरोना को हराया, एक ने तो दो बार जंग जीती
दुर्ग में शुक्रवार को बीते 24 घंटे में 1,857 कोरोना मरीजों की पहचान हुई है, जबकि 23 लोगों ने कोरोना से दम तोड़ दिया. इस तरह संकट की इस भयावह घड़ी में कोरोना वॉरियर्स डॉक्टर लगातार अपनी परवाह किए बगैर लोगों की सेवा में लगे हुए हैं. कई डॉक्टर अपने परिवारों से मिल भी नहीं रहे हैं.
एकजुट होकर पॉजिटिविटी के साथ कोरबा के चंद्रा परिवार ने दी कोरोना को मात
छत्तीसगढ़ में लगातार बिगड़ रहे हालात
छत्तीसगढ़ में कोरोना से हालात बिगड़ते जा रहे हैं. प्रदेश में कोरोना से मरने वाले लोगों की संख्या लगातार नया रिकॉर्ड बना रही है. शुक्रवार को प्रदेश में रिकॉर्ड 219 लोगों की मौत कोरोना संक्रमण से हुई है और 17397 नए मरीज मिले हैं. शुक्रवार को एक्टिव केस की संख्या 1,23,479 पहुंच गई है. प्रदेश में कोरोना संक्रमण से होने वाली मौत के आंकड़े थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. पिछले एक हफ्ते से प्रदेश में हर रोज करीब 150 से ज्यादा लोगों की मौत हो रही है. शुक्रवार को यह आंकड़ा 200 के पार पहुंच गया है. छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण की तेज रफ्तार की वजह से प्रदेश के 28 जिलों में टोटल लॉकडाउन लगाया गया है.