दुर्ग:कोरोना महामारी के दौरान रॉ-मटेरियल की कमी से जूझ रहे उद्योगों के लिए एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग) ने सप्ताह में दो दिन उद्योगों को बंद करने का निर्णय लिया है. लॉकडाउन के चलते छोटे उद्योगों को संचालन के लिए कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं श्रमिकों में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए भी एमएसएमई ने उद्योगों को सप्ताह में दो दिन बंद रखने का फैसला लिया है. इस प्रयास से कोरोना महामारी के चेन को तोड़ने में काफी मदद मिलेगी. वहीं उद्योगों में काम कर रहे श्रमिकों एवं उनके परिवारों की सुरक्षा होगी.
लघु उद्योग सप्ताह में दो दिन रहेंगे बंद शनिवार-रविवार बंद रहेंगे उद्योग
कई राज्यों में एमएसएमई उद्योगों के पदाधिकारियों ने सप्ताह में दो दिन उद्योगों को बंद करने का फैसला लिया है. उसी तर्ज पर जिले में भी एमएसएमई उद्योगों के पदाधिकारियों ने सप्ताह में दो दिन शनिवार और रविवार को बंद करने का फैसला लिया है.
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छोटे उद्योगों को इन समस्याओं का करना पड़ रहा सामना
लॉकडाउन के चलते उद्योगों को भी अब उद्योग संचालन के लिए कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. उत्पादन प्रभावित हो रहा है. माल की ढुलाई नहीं हो रही है. बैंकिंग ट्रांजेक्शन बंद पड़ा है
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राज्य सरकार से रियायत देने की करेंगे मांग
दरअसल उद्योगों में उत्पादन प्रभावित हो रहा है. वहीं बने हुए उत्पाद का इंस्पेक्शन नहीं होने से उद्योगपतियों की आय रुक गई है. जिससे उन्हें श्रमिको के वेतन देने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. फेब्रिकेशन वाले उद्योगों में ऑक्सीजन की कमी ने बुरा असर डाला है. चैम्बर के पदाधिकारियों ने कहा कि सरकार ने उद्योगों को तो खुले रखने की छूट दी है. लेकिन यहां लगने वाले रॉ-मटेरियल, ऑक्सीजन, छोटे पार्ट्स और अन्य सामानों के चलते उद्योग थम से गए हैं. उद्योगों के संचालन के लिए कुछ रियायतों की मांग राज्य सरकार से करेंगे.