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UPSC की परीक्षा में भिलाई की सिमी करण ने रचा इतिहास, देशभर में पाया 31वां स्थान

संघ लोक सेवा आयोग का परिणाम मंगलवार को जारी किया गया है. इसमें भिलाई की सिमी करण ने पूरे देश में 31वां स्थान हासिल किया है.

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Published : Aug 5, 2020, 10:49 AM IST

Simi Karan topped in UPSC
टॉपर सिमी करण

दुर्ग: संघ लोक सेवा आयोग 2019 (UPSC 2019) का फाइनल रिजल्ट मंगलवार को जारी हो गया. जिसमें छत्तीसगढ़ के एजुकेशन हब कहे जाने वाले भिलाई की सिमी करण ने देशभर में 31वां स्थान हासिल करके अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है. सिमी आईएएस ऑफिसर के रूप में चयनित हुई हैं.

UPSC में सिमी करण ने पाया 31वां स्थान

भिलाई के रिसाली प्रगति नगर में रहने वाली 22 साल की सिमी करण को 31वां स्थान मिला है. सिमी ने साल 2015 में सीबीएसई 12वीं बोर्ड की परीक्षा में छत्तीसगढ़ में टॉप किया था. इसके बाद इन्होंने मुंबई में आईआईटी से बीटेक किया. सिमी के पिता डीएन करण भिलाई इस्पात संयंत्र में कार्यरत हैं. सिमी की मां सुजाता करण डीपीएस स्कूल दुर्ग में शिक्षिका हैं.

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इंटरनेट के जरिए की पढ़ाई

सिमी करण ने बताया कि यूपीएससी (UPSC) का सिलेबस बहुत कठिन होता है, लेकिन पढ़ने को बहुत कुछ है. साथ ही सही दिशा और स्मार्ट वर्क के साथ बहुत ही कम समय में परीक्षा की तैयारी की जा सकती है. सिमी 2019 में मैकेनिकल इंजीनियरिंग आईआईटी (IIT) मुंबई से पास आउट हुईं और उसके बाद यूपीएससी (UPSC) की तैयारी में जुट गईं. बिना कोचिंग किए वे यूपीएससी (UPSC) एग्जाम में टॉपर बन गई हैं. सिमी इंटरनेट के जरिए जानकारी जुटाकर पढ़ाई कर इस मुकाम तक पहुंची हैं.

सिमी का परिवार

मध्यप्रदेश में देना चाहती हैं पहली सेवा

सिमी ने बताया कि जानकारी के साथ-साथ अपना दिमाग भी लगाना बहुत जरूरी है, क्योंकि मन में कई बातें चलती रहती हैं. उसमें से अपनी राह ढूंढना बहुत ही मुश्किल होता है. सभी का पढ़ने का हुनर अलग होता है. साथ ही अपना एक प्लान बना कर परीक्षा की तैयारी करें तो सफलता जरूर मिलेगी. सिमी करण अपनी पहली सेवा छत्तीसगढ़ को छोड़कर मध्यप्रदेश में देना चाहती हैं, क्योंकि आईआईटी मुंबई में पढ़ाई के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में जाने का मौका मिला था. उस समय वे मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले में गई थीं. वहां हुए विकास कार्य से वे काफी खुश हुई थीं. इसे देखकर उन्होंने झाबुआ जाने का फैसला लिया है.

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