रायपुर: दुर्ग में फसल खराब होने की वजह से अन्नदाता ने मौत को गले लगा लिया. किसान डुगेश प्रसाद निषाद अपने पीछे सुसाइड नोट छोड़ कर गया है, जिसमें उसने दवा का छिड़काव करने के बाद फसल खराब होने की बात लिखी है. किसान की मौत से गांव में मातम पसरा हुआ है. पिता का कहना है कि उसके बेटे ने तीन बार खेतों में दवा का छिड़काव किया था. करीब 5 एकड़ में लगी खड़ी फसल बर्बाद हो गई और उसका बेटा खेत में ही फांसी के फंदे पर झूल गया.
बताया जा रहा है कि डुगेश के पास अपनी डेढ़ एकड़ जमीन थी और उसने 4 एकड़ जमीन रेगहा पर ली थी. किसान ने 5 एकड़ में फसल लगाई थी, जो दवा के छिड़काव के बाद खराब हो गई. स्थानीय लोगों ने बताया कि पहले उसकी फसल में चितरी नाम की बीमारी लगी फिर ब्लास. इस बीमारी की रोकथाम के लिए उसने खेत में 3 बार दवाई का छिड़काव किया था.
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परिवार को 4 लाख रुपए की सहायता
शोक में डूबे परिवार के जख्मों पर मरहम लगाने गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू पहुंचे. उन्होंने सरकार की तरफ से परिजनों को 4 लाख रुपए की सहायता राशि प्रदान की है. गृहमंत्री और कृषि मंत्री दोनों ने मामले में जांच की बात कही है. साहू ने किसी नई बीमारी से भी फसल खराब होने की आशंका जताई है.