दुर्ग: ट्विनसिटी दुर्ग-भिलाई तेजी के साथ विकास की नई इबारत गढ़ रहा है. औद्योगिक और शैक्षिक क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाने वाले शिक्षाधानी में पैदल चलना लोगों के लिए मुसीबत बनता जा रहा है. दुपहिया वाहन चालकों के अलावा सड़क किनारे पैदल चलने वाले लोग भी हादसे का शिकार हो रहे हैं. इस बात की पुष्टि जिला प्रशासन के आंकड़े कर रहे हैं.
साल 2020 में 24 पैदल यात्रियों की सड़क दुर्घटना में मौत हुई है. इनमें ज्यादार ऐसे लोग हैं, जो या तो सड़क पार कर रहे थे या पैदल चल रहे थे. पैदल यात्रियों के बढ़ते मौत के आंकड़े को देखते हुए ट्विनसिटी के लोग अब फूटपाथ की मांग कर रहे हैं.
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शहर में फुटपाथ की कमी
इस्पात नगरी होने की वजह से कई राज्यों के लोग यहां निवासरत हैं. चौक-चौराहों के पास सिग्नल वाली जगह पर जेब्रा क्रासिंग की कमी है. इतना ही नहीं सड़क किनारे चलने वालों के लिए फुटपाथ की भी कोई व्यवस्था नहीं है. सड़क किनारे कई ठेले और खुमचे लगे होते हैं. ऑटो वाले भी सड़क किनारे ही ऑटो लगाकर रखते हैं. इससे लोगों को पैदल चलने में काफी समस्या हो रही है.
राहगीरों को हो रही समस्या
फुटपाथ और फुट ओवर ब्रिज नहीं होने की वजह से राहगीरों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. राहगीर सुनील प्रसाद बताते हैं कि सड़क पार करने के लिए लंबे समय तक इंतजार करना पड़ता है. वहीं, भिलाई के विनय कुमार सोनी ने बताया कि सुपेला चौक के पास ब्रिज बनने से अक्सर जाम लगा रहता है. उन्होंने फुट ओवर ब्रिज की मांग करने के साथ ही यातायात पुलिस के सुस्त रवैये पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि ऑटो वाले अक्सर चौक के किनारे ऑटो लगा देते हैं, जिसकी वजह से दुर्घटना होती है.