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माउंट फ्रेंडशिप पीक पर पाटन के चमन ने फहराया ओलंपिक झंडा, सीएम बघेल का किया आभार - Mount Friendship Peak

पाटन ब्लॉक के निवासी चमन लाल कोसे ने पर्वतारोहण क्षेत्र में नया पर्वतारोहण क्षेत्र में नया कायम किया है. चमन ने हिमाचल प्रदेश के सोलांग वेली स्थित 17,353 फीट की ऊंचाई पर माउंट फ्रेंडशिप पीक (Mount Friendship Peak) पर छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का झंडा फहराया (Chhattisgarhia Olympic flag hoisted) है. साथ ही पाटन वाले काका का तस्वीर के साथ सीएम बघेल का आभार जताया है.

पर्वतारोही चमन लाल कोसे
पर्वतारोही चमन लाल कोसे

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Published : Nov 20, 2022, 9:24 AM IST

दुर्ग: पाटन ब्लॉक के रहने वाले के चमन लाल कोसे (Chaman Lal Kose) ने पर्वतारोहण क्षेत्र में नया रिकॉर्ड हासिल किया है. चमन ने हिमाचल प्रदेश के सोलांग वेली (Solang Valley of Himachal Pradesh) स्थित 17,353 फीट की ऊंचाई पर माउंट फ्रेंडशिप पीक (Mount Friendship Peak) पर छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का झंडा फहराया (Chhattisgarhia Olympic flag hoisted) है. चमन बचपन से ही पर्वतारोहण का शौक रखते हैं. इस अभियान के लिए चमन अपने विधानसभा क्षेत्र के विधायक और प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आभार जताया है.

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चमन कोसे माउंट फ्रेडशिप पीक को 6 दिनों में फतह कर लिया. चमन ने 15 नवंबर को एडवांस बेस कैंप से रात 10:10 PM पर चढ़ाई शुरू की और 16 नवंबर को सुबह तीन बजकर चालीस मिनट पर पूरा कर लिया. बीते 10 नवंबर को रायपुर से इस अभियान के लिए निकले थे. इस दौरान माइनस (-14 डिग्री) तापमान पर ट्रेकिंग द्वारा लगभग 24 किलोमीटर दूरी तय करके पूरा किया. छत्तीसगढ़ के पहले विंटर एक्सपीडिशन करने वाले चमन कोसे बताते हैं कि "यह चढ़ाई आसान नहीं थी. चढ़ाई के दौरान कई सारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा. सबसे बड़ी चुनौती विंड चिल्ड फैक्टर थी यानी ठंडी तेज हवाओं से बचना. इसके अलावा दो बार हिमस्खलन का सामना भी करना पड़ा."

इस दौरान पहाड़ों में होने वाली AMS बीमारी के चपेट में भी आ गए, लेकिन उनका कुछ करने का जज्बा और जुनून ही उन्हें शिखर पर ले गया. शिखर पर छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का झंडा फहरा कर संदेश दिया. छत्तीसगढ़िया ओलंपिक को एडवेंचर स्पोर्ट्स के जरिये बढ़ावा देने लिए चमन ने 17,353 फीट पर हिमाचल प्रदेश के माउंट फ्रेंडशिप पीक छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का झंडा फहराया. इस अभियान के लिए चमन कोसे ने अपने विधायक और प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आभार जताया है. चमन ने सीएम भूपेश बघेल को समर्पित करते हुए पाटन वाले कका का पोस्टर शिखर पर फहराया.

अभियान की विशेषता: चमन कोसे अल्पाइन टेक्निक क्लाइम्बिंग (Alpine Technique Climbing) के साथ साथ विंटर एक्सपीडिशन (Winter Expedition) किया. अल्पाइन टेक्निक से क्लाइम्बिंग यानी इस चढ़ाई में अमूमन 1-2 लोग ही होते हैं और इस अभियान को पूरा करते हैं. यह पर्वतारोहण के क्षेत्र में सबसे उच्चतम श्रेणी की विधा है. विंटर एक्सपीडिशन का मतलब शरद ऋतु में पर्वतारोहण करना है.

विंटर एक्सपीडिशन 1% से भी कम पर्वतारोही ही कर पाते है. इस तरह राष्ट्रीय स्तर पर विंटर एक्सपीडिशन करने वाले छत्तीसगढ़ के पहले व्यक्ति चमन लाल कोसे बन गए हैं. इससे पहले छत्तीसगढ़ के एवेरेस्ट पर्वतारोही राहुल गुप्ता 'माउंटेन मेन' ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर के पहाड़ों पर अल्पाइन टेक्निक के साथ साथ विंटर एक्सपीडिशन भी किया है. चमन अगले महीने अफ्रीका महाद्वीप के सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो (19,341 फिट / 5,895 मीटर) की ऊंची चोटी पर चढ़ाई करेंगे जो कि महाद्वीपों के पहाड़ों की ऊंचाई की रैंकिंग में चौथा सबसे ऊंची चोटी है.

कौन हैं पर्वतारोही चमन कोसे: पर्वतारोही चमन कोसे, मुख्यमंत्री के विधानसभा के क्षेत्र से आते है. चमन कोसेचमन लाल कोसे पाटन के वार्ड 13 के रहने वाले हैं. चमन एक मध्यम वर्गीय परिवार के है. उनके पिता एक किसान हैं. साथ ही चमन वर्तमान समय में कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय रायपुर में समाजकार्य विभाग के प्रथम सेमेस्टर के छात्र हैं. पर्वतारोही चमन कोसे ने सिक्किम के पर्वतारोहण संस्थान से माउंटेनियरिंग (पर्वतारोहण) और माउंट आबू राजस्थान स्थित स्वामी विवेकानंद इंस्टिट्यूट से रॉक क्लाइम्बिंग का कोर्स किया है. पर्वतारोहण जैसे साहसिक खेलों के क्षेत्र में पिछले 5 सालों का अनुभव है. उन्होंने उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ के एडवेंचर स्पोर्ट्स बेस्ड कंपनी में भी काम सीखा है.

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