दुर्ग: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में कोरोना की रफ्तार तेज हो गई है. हर रोज तेजी के साथ मरीजों की संख्या बढ़ते जा रही है. मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए प्रशासन ने जिन कोविड सेंटरों को बंद किया था उसे फिर से शुरू कर दिया है. उसके बाद भी मरीजों को वेंटिलेटर समेत ऑक्सीजन की कमी से जूझना पड़ रहा है. शनिवार को दुर्ग में 1128 नए कोरोना मरीज मिले है. हालांकि मौत के आंकड़ों में कमी आई है. शनिवार को सिर्फ 3 लोगों ने कोरोना से जान गवाई है. लेकिन जो आंकड़े निकल कर सामने आए हैं वो डराने वाले हैं. क्योंकि स्थिति भयावह बन चुकी है. इस बात को खुद दुर्ग CMHO ने भी स्वीकारा है. उन्होंने ETV भारत को बताया कि लगातार मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. तमाम अस्पतालों में बेड फुल हो चुके हैं. इतनी ही नहीं बल्कि ऑक्सीजन की कमी से भी जूझना पड़ रहा है.
पड़ोसी जिलों से मदद की गुहार
दुर्ग में बड़ी संख्या में गंभीर अवस्था में मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं. ऐसे में उन्हें तत्काल ऑक्सीजन की आवश्यकता पड़ रही है. लेकिन अस्पतालों में जो पहले से गम्भीर मरीज हैं उन्हें ऑक्सीजन दिया हुआ है. नए मरीजों को ऑक्सीजन की कमी से जूझना पड़ रहा है. दुर्ग CMHO डॉ गंभीर सिंह ठाकुर ने बताया कि मरीजों को ऑक्सीजन की जरूरत पड़ रही है. फिलहाल जुगाड़ कर सिलेंडर की व्यवस्था की जा रही है. उन्होंने कहा कि ज्यादा जरूरत पड़ने पर पड़ोसी जिलों से ऑक्सीजन मंगाई जाएगी.
2 -3 हजार दवाइयां रोज हो रही तैयार
CMHO डॉ गंभीर सिंह ठाकुर ने बताया कि दवाई की कोई कमी नहीं है. जिले में हर रोज 2 से 3 हजार दवाइयों के पैकेट तैयार किये जा रहे है. वहीं कॉलिंग सेंटर में 50 लोगों की टीम रोजाना मॉनिटरिंग कर रही है. 24 घंटे यह टीम मरीजों से उनके स्वास्थ्य की जानकारी ले रही है. उन्होंने बताया कि दवाई की दिक्कत शुरुआत में उन मरीजों को हुई जो प्राइवेट अस्पताल में टेस्ट कराएय जिसकी वजह से उनकी ट्रेसिंग में थोड़ा समय लगा. लेकिन अब मरीजों को समय पर दवाई मिल रही है.
707 लोगों ने कोरोना से गवाई जान
कोरोना के दंश की वजह से अब तक जिले में कोरोना से 707 लोगों की मौत हो गई है. नए मरीजों के मिलने से जिले में कुल मरीजों की संख्या 35 हजार 810 हो गई है. शनिवार को 13 मरीजों की रिकवरी को मिलाकर अब तक कुल 28 हजार 624 मरीजों को रिकवरी और सक्रिय मरीजों की संख्या 6679 हो गई है. जिले में 19 हजार 726 मरीज होम आइसोलेशन में है.
जिले में कम्युनिटी स्प्रेड
दुर्ग जिले में लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमितों की मुख्य वजह शहर में कम्युनिटी स्प्रेड है. कोरोना का कम्युनिटी स्प्रेड तेज गति से फैल रहा है. कम्युनिटी स्प्रेड तब होता है जब किसी कोरोना संक्रमित व्यक्ति के सोर्स का पता न चले. बीमारी कहां से शुरू हुई और कितने लोगों में फैली. इसकी भी जानकारी नहीं है.
जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने जिले के सरकारी और निजी अस्पतालों की व्यवस्था के बारे में बताया.
सरकारी सुविधा उपलब्ध अस्पतालों में बेड की सूची:
- डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल जुनवानी
कुल बेड | 146 |
नॉर्मल बेड | 100 |
ऑक्सीजन के साथ | 31 |
ICU वॉर्ड | 15 |
वेंटिलेटर | 15 |
- जवाहर लाल नेहरू अस्पताल
कुल बेड | 190 |
नॉर्मल बेड | 51 |
ऑक्सीजन के साथ | 109 |
ICU वॉर्ड | 30 |
वेंटिलेटर | 6 |
- जिला अस्पताल दुर्ग
कुल बेड | 83 |
नॉर्मल बेड | 0 |
ऑक्सीजन के साथ | 72 |
ICU वॉर्ड | 11 |
वेंटिलेटर | 11 |
- सीएम मेडिकल कॉलेज कचांदुर
कुल बेड | 270 |
नॉर्मल बेड | 63 |
ऑक्सीजन के साथ | 207 |
- सीएचसी झीट
कुल बेड | 40 |
नॉर्मल बेड | 31 |
ऑक्सीजन के साथ | 9 |
ICU वॉर्ड | 0 |
वेंटिलेटर | 0 |
प्राइवेट अस्पतालों में बेड की स्थिति:
बीएसआर सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल
कुल बेड | 80 |
नॉर्मल बेड | 20 |
ऑक्सीजन के साथ | 20 |
ICU वॉर्ड | 20 |
वेंटिलेटर | 20 |
स्पर्श अस्पताल सुपेला
कुल बेड | 65 |
नॉर्मल बेड | 0 |
ऑक्सीजन के साथ | 30 |
ICU वॉर्ड | 30 |
वेंटिलेटर | 5 |