दुर्ग:भिलाई के एक निजी अस्पताल पर मौत के बाद भी मृतक को वेंटिलेटर पर रखकर इलाज करने का आरोप लगा है. अस्पताल पर पैसे लेने का मामला भी तूल पकड़ता नजर आ रहा है. छत्तीसगढ़ NSUI के प्रदेश सचिव अभिषेक मिश्रा ने दुर्ग जिला मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर निजी अस्पताल की मान्यता रद्द करने की मांग की है.
अस्पताल की मान्यता रद्द करने की मांग अभिषेक मिश्रा ने कहा कि अस्पताल में भर्ती पेशेंट सिराजु निशा, निवासी राजनांदगांव की तबीयत खराब होने पर 13 मई को भिलाई के नेहरू नगर स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया था. लगातार वेंटिलेटर पर रखकर उसका इलाज किया जा रहा था. जिसके बाद परिजनों ने आरोप लगाया कि मरीज की मौत के बाद भी अस्पताल प्रबंधन पैसे के लिए उसका फर्जी इलाज कर रहा है. परिजनों का आरोप है कि अस्पताल प्रबंधक ने मृतका की मौत की जानकारी छिपाई और लगातार पैसे की मांग करते गए.
परिजनों से लिए 4 लाख रुपए
परिजनों की मानें तो अस्पताल प्रबंधन ने मृतका के परिजनों से इलाज के एवज में 4 लाख रुपए ले लिए. जिसके बाद परिजन निजी अस्पताल से मरीज को डिस्चार्ज कराके जिला अस्पताल लाए. जहां जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि मरीज की मौत दो दिन पहले ही हो चुकी है.
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दोषियों पर होगी कार्रवाई: CHMO
घटना की गंभीरता को देखते हुए अस्पताल के खिलाफ शिकायत की गई है. शिकायत में अस्पताल की मान्यता रद्द करने की मांग भी की गई है. साथ ही इस मामले को लेकर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव को अवगत करा दिया गया है. वहीं अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की गई है. इधर जिला स्वास्थ्य अधिकारी गंभीर सिंह ठाकुर ने कहा कि मरीज की मौत के मामले में NSUI के कार्यकर्ताओं ने शिकायत की है. इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच टीम गठित कर जांच के आदेश दिए गए हैं. जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उस आधार पर कार्रवाई की जाएगी.