भिलाई:छात्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद लगातार महापौर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का दौर शुरू हो गया है. नगरीय निकायों में बैठे कांग्रेस के अध्यक्ष और महापौर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी बीजेपी कर रही है. सरायपाली नगर पालिका के अध्यक्ष अमृत पटेल को हटाने के बाद रविवार को जगदलपुर नगर पालिका के अध्यक्ष के खिलाफ पार्षदों ने विरोध शुरू कर दिया है.
दोनों दलों में दिखने लगी है नाराजगी:ठीक इसी तरह भाटापारा नगर पालिका अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को वरिष्ठ कांग्रेसियों के समझाईश के बाद खारिज कर दिया था. नगर पालिक निगम चरौदा भिलाई-3 के महापौर निर्मल कोसरे को वर्तमान विधानसभा चुनाव में बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा है. उनके महापौर के दो सालों के कार्यकाल में दोनों दलों के पार्षदों में लगातार नाराजगी देखने को मिलती रही है. अब नाराज पार्षदो में महापौर के प्रति नाराजगी सामने आने लगी है.
विकास कार्यों में भेदभाव का आरोप: वर्तमान में कांग्रेस के 19 पार्षद, निर्दलीय 5 और भाजपा के 16 पार्षद जीतकर आये हैं. कुल 40 सीटों के नगर निगम में कांग्रेस के पार्षदों के साथ निर्दलियों का भी नगर सरकार बनाने में अहम रोल रहा है. कांग्रेस के महापौर निर्मल कोसरे और उनके एमआईसी को निर्दलियों के समर्थन से महापौर और सभापति बनाया गया था. लेकिन महापौर के पक्षपात पूर्ण रवैये के कारण वार्डों में विकास कार्यों में भेदभाव का आरोप पार्षदों ने लगाया.
अविश्वास प्रस्ताव लाने की रणनीति पर हो रहा काम: प्रदेश की सत्ता कांग्रेस के हाथों से खिसकने के साथ ही भाजपा के पार्षद असंतुष्ट कांग्रेसी पार्षदों को साधने में लग गये हैं. चूंकि चरौदा-भिलाई-3 नगर निगम के महापौर का पद अनुसूचित जाति वर्गों के लिए आरक्षित होने के कारण भाजपा भी नए महापौर प्रत्याशी की तलाश में जुट गई है. मिली जानकारी के अनुसार जल्द ही असंतुष्ट कांग्रेसी पार्षदों का समर्थन लेकर भाजपा पार्षदों की ओर से महापौर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की रणनीति तैयार की जा रही है.