दुर्ग:नए कृषि कानूनों को लेकर देशभर में प्रदर्शन हो रहा है. राज्य सरकार भी लगातार केंद्र की सरकार पर हमलावर है. भूपेश सरकार केंद्र सरकार को घेरने में लगी है. राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय ने कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों पर निशाना साधा है. उन्होंने कांग्रेस समेत अन्य राजनीतिक दलों को किसान विरोधी बताया है. इस दौरान राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय ने कलेक्टर को राष्ट्रपति और राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा है.
सरोज पांडेय ने किसान प्रदर्शन को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा पढ़ें: पहले से तबीयत खराब होती तो धान खरीदी केंद्र नहीं पहुंचता किसान, मौत पर सियासत न करे बीजेपी: CM भूपेश
राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय ने मीडिया से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कृषि कानून के फायदे गिनाए. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद जो बिल राज्यसभा और लोकसभा में पारित हुआ. कानून के तौर पर परिवर्तित हो चुका है. उन्होंने कहा कि आखिर इतने लंबे समय के बाद यह विरोध अचानक क्यों हो रहा हैं.
सांसद सरोज पांडेय ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा को पढ़ें: गौरेला-पेंड्रा-मरवाही: लरकेनी धान खरीदी केंद्र में बारदाना खत्म, खरीदी रुकने से परेशान हुए किसान
कृषि कानून किसानों के हित में: सांसद सरोज पांडेय
सांसद सरोज पांडेय ने कहा कि देशभर के किसान इसका विरोध नहीं कर रहे हैं. कृषि कानून का विरोध केवल उन राज्यों में हो रहा है, जहां कांग्रेस की सरकार है. उन्होंने कहा कि ये कानून किसानों के हित में है. कांग्रेस और विपक्षी दल नहीं चाहते कि किसान आगे बढ़ें. इस कानून पर पूरी तरह सिर्फ राजनीति की जा रही है.
छत्तीसगढ़ सरकार पर बरसी सरोज पांडेय
छत्तीसगढ़ सरकार के 2 साल के कार्यकाल को लेकर भी सरोज पांडेय ने आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि हम छत्तीसगढ़ी संस्कृति के समर्थन में हैं, लेकिन संस्कृति की आड़ में भूपेश सरकार अपने वादों से बचते नजर आ रहे हैं. छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने चुनाव के दौरान प्रदेश में शराबबंदी और बेरोजगारी भत्ता का वादा था. जिसे वो अब तक निभा नहीं पाए. सरकार जनता प्रश्न कर रही है कि कांग्रेस की सरकार ने 2 साल में कितने लोगों को रोजगार दिया है.