दुर्ग:रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने आम्रण अनशन पर बैठे दुर्ग लोकसभा सांसद विजय बघेल को खिचड़ी खिलाकर उनका अनशन तुड़वाया. इस दौरान पाटन में मंच से लोगों को संबोधित करते हुए बीजेपी नेता रामविचार नेताम की जुबान फिसल गई. उन्होंने मंच से लोगों को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जिंदाबाद के नारे लगवा दिए. बीजेपी नेता के इस पूरे दृश्य की चुटकी लेते हुए कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव ने उनका वीडियो क्लीप शेयर करते हुए ट्वीट किया है.
विधायक देवेंद्रे यादव का ट्वीट-
'धन्यवाद बीजेपी सांसद रामविचार नेताम जी भाजपा के पाटन की सभा में आपके मुंह से सच तो निकला. सीएम भूपेश बघेल जिंदाबाद हैं, रहेंगे.
लाख छुपा लो चाहे तुम
दिल की बात जुबान पर आ ही जाती है
झूठ का नकाब कितना भी घना हो
सच्चाई चीरकर सामने आती है.'
14 अक्टूबर से अनशन पर बैठे थे दुर्ग सांसद
14 अक्टूबर को सांसद विजय बघेल ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ पाटन में जमकर प्रदर्शन किया था और अपनी गिरफ्तारी देने थाने जा रहे थे, लेकिन वहां पहुंचने से पहले ही पुलिस ने उन्हें रोक दिया, तब से लेकर रविवार तक सांसद विजय बघेल आमरण अनशन पर थे. इसकी जानकारी बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं को लगने के बाद उनका आमरण अनशन तुड़वाया गया. इस दौरान रविवार को पाटन में पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह समेत राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम, पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, प्रेमप्रकाश पांडेय, रमशिला साहू, लाभचंद बाफना, विधायक विद्यारतन भसीन, नारायण चंदेल सहित तमाम भाजपा के दिग्गज नेता रविवार को पाटन के मंडी प्रांगण पहुंचे थे. सभी ने कार्यकर्ताओं की हामी लेकर सांसद विजय बघेल से अनशन खत्म करने को लेकर आग्रह किया.
दुर्ग: सांसद विजय बघेल का अनशन खत्म, रमन सिंह का सरकार पर भाजपाइयों को टारगेट कर जेल भेजने का आरोप
पाटन पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने इस दौरान कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि राज्य सरकार बीजेपी के लोगों को टारगेट कर जेल भेज रही है और झूठे आरोप लगा रही है.
'बीजेपी के कार्यकर्ताओं को झूठे मामले में फंसा रही कांग्रेस सरकार'
रमन सिंह ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि सरकर के खिलाफ पाटन से आगाज शुरू हुआ है. इसकी चिंगारी पुरे प्रदेश में आग की तरफ फैलेगी और आने वाले समय में कांग्रेस की सरकर को उखाड़कर फेंकेगी. रमन सिंह ने कहा कि विजय बघेल कार्यकर्ताओं की लड़ाई लड़ रहे हैं. प्रदेश सरकार ने जिस तरह झूठे मामले में कार्यकर्ताओं को फंसाया है, उसकी शिकायत उन्होंने अपने पार्टी के नेताओं के साथ मिलकर राज्यपाल अनुसुइया उइके से की है. जिस पर राज्यपाल ने भरोसा दिलाते हुए कहा कि इस मामले की रिपोर्ट गृह मंत्रालय से मंगाकर 3 दिनों में न्यायसंगत कार्यवाही की जाएगी. राज्यपाल से आश्वासन मिलने के बाद सांसद विजय बघेल अपने अनशन को तोड़ने के लिए राजी हुए.