दुर्ग: जिले के धमधा ब्लॉक में हाईब्रिड धान के नाम किसानों के साथ धोखाधड़ी मामले में कृषि विभाग ने जांच टीम गठित की है. टीम में कृषि विश्वविद्यालय रायपुर के तीन कृषि वैज्ञानिकों को शामिल हैं. टीम के सदस्यों ने सोमवार को धमधा के 40 गांवों में सर्वे किया. टीम ने किसानों से चर्चा भी की. बता दें कि धमधा के 40 गावों के किसानों को बायर सीड प्रोडक्शन बीज उत्पादन कंपनी ने झांसे में लाकर करीब 250 किसानों को बीज बेचा था. लेकिन, फसल का उत्पादन नहीं हो पाया. सभी किसानों का फसल पूरी तरह बर्बाद हो गया. ईटीवी भारत ने किसानों के इस दर्द को प्रमुखता से उठाया था कृषि विभाग के कानों तक किसानों की पीड़ा पहुंचाई थी.
दुर्ग में किसानों से धोखाधड़ी मामले में जांच टीम गठित, धमधा के गांवों में पहुंच कर फसलों को देखा - हाईब्रिड धान के नाम पर धोखाधड़ी मामले में जांच टीम गठित
दुर्ग के धमधा ब्लॉक में हाईब्रिड धान के नाम किसानों से ठगी मामले की जांच के लिए कृषि विभाग ने जांच टीम गठित कर दी है. वैज्ञानिकों की गठित टीम सोमवार को धमधा के 40 गांवों में सर्वे किया और किसानों से चर्चा भी की. ईटीवी भारत से भात करते हुए कृषि विभाग के उपसंचालक एसएस राजपूत ने कहा कि किसान ठगे हैं तो उन्हें मुआवजा दिलाया जाएगा. कंपनी ने मुआवजा देने की बात भी स्वीकार की है.
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रायपुर से 3 सदस्यीय टीम पहुंची धमधा
ईटीवी भारत की खबर के बाद कृषि विभाग हरकत में आया. विभाग ने तत्काल प्रभाव से तीन सदस्यीय जांच टीम गठित कर धमधा भेजा. टीम में कृषि विश्वविद्यालय रायपुर के तीन कृषि वैज्ञानिकों को शामिल हैं. टीम ने आज धमधा के 40 गांवों का सर्वे किया। इस दौरान किसानों से भी बात चीत की गई और उनकी समस्या सुनीं. दुर्ग के कृषि विभाग के उप संचालक एस एस राजपूत ने बताया कि टीम ने गावों का सर्वे किया. इस दौरान यह बात निकल कर सामने आई कि बीज तो ठीक हैं, लेकिन इसके उत्पादन से पहले क्या मिट्टी का परीक्षण किया था. उन्होंने बताया कि बिना परीक्षण के खेती करने की वजह से नुकसान हुआ है.
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अनियमितता पाए जाने पर होगी कार्रवाई
कृषि विभाग उप संचालक एसएस राजपूत ने बताया कि बीज उत्पादन बायर सीड प्रोडक्शन कंपनी ने धमधा के 40 गावों में बीज बेचा है. जिसका उत्पादन बेहतर नहीं हो पाया है. अब किसानों के साथ एग्रीमेंट हुआ है. उसकी कॉपी कंपनी से मांगी गई है. यदि इस पर अनियमितता पाया जाता है तो कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है. उन्होंने बताया कि कंपनी किसानों का नुकसान हुआ है उसका मुआवजा कंपनी देने को तैयार है.