दुर्ग : कोरोना काल में एक तरफ जहां लोग हैरान परेशान हैं, वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्यकर्मी भी हड़ताल पर हैं. 19 सितंबर से अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे राष्ट्रीय स्वास्थ मिशन के कर्मचारियों ने हड़ताल के चौथे दिन सामूहिक इस्तीफा देने के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी के दफ्तर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने अपनी मांगों से अवगत कराया.
स्वास्थ्यकर्मी पहुंचे CHMO दफ्तर दुर्ग जिले में लगभग 500 से ज्यादा स्वास्थ्य विभाग के संविदा कर्मी हड़ताल पर हैं, जिन्होंने नियमितीकरण को लेकर सीएमएचओ को ज्ञापन सौंपा. दरअसल, 15 सालों से एनएचएम के कर्मी स्वास्थ्य सेवा दे रहे हैं, लेकिन अबतक उन्होंने सरकार के सामने शांति पूर्वक अपनी मांगों को रखा था. एनएचएम के संविदा कर्मचारियों का कहना है कि कई वर्षों से लगातार वे जनता की सेवा कर रहे हैं. कई लोग ऐसे हैं, जो ड्यूटी के दौरान कोरोना पॉजिटिव हुए हैं.
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लोगों को सरकार नियमित करती हैं, तो जनता इसी तरह 62 साल की उम्र तक सेवा देते रहेंगे, मगर ऐसा करने की बजाय शासन अपना कड़ा रुख़ अपना रही है. राज्य सरकार ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में स्वास्थ्यकर्मियों की नियमितीकरण की घोषणा की थी. स्वास्थ्यकर्मी अपने मांगों को लेकर दफ्तर पहुंचे. उन्होंने लिखा है कि यदि राज्य सरकार अपनी घोषणा पत्र का वादा पूरी नहीं करती है, तब तक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगे. वहीं जिले के मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी गंभीर सिंह ठाकुर ने बताया कि हड़ताल के सम्बंध में राज्य स्तर से एक पत्र आया है, उसमें अंतिम बार चेतावनी दी गई है. साथ ही काम पर लौटने का आग्रह किया गया है. ऐसा नहीं करने पर गाइडलाइन के तहत कार्रवाई का आश्वासन दिया है.