दुर्ग: जिले के दुर्ग ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के मातरोडीह गांव के किसान की खुदकुशी के मामले में मंगलवार को कृषि विभाग ने कार्रवाई करते हुए 3 कृषि केंद्रों को सील कर दिया है. जानकारी के मुताबिक मृतक किसान ने इन्हीं दुकानों से दवाई ली थी. यह पूरी कार्रवाई संयुक्त संचालक के नेतृत्व में की गई है.
बता दें कि सोमवार को कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने इस मामले में जांच की बात कही थी. कृषि मंत्री ने कहा था कि जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने आगे कहा था कि मृतक किसान के परिवार को मुआवजा देने पर विचार किया जाएगा. साथ ही ये भी कहा था कि किसान के परिजनों से मिलने वे खुद दुर्ग जाएंगे.
मृतक के पास से सुसाइड नोट बरामद
बता दें कि सोमवार को दुर्ग ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के मातरोडीह गांव में सोमवार को किसान ने फसल खराब होने से परेशान होकर अपने ही खेत के पेड़ पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी.पुलिस के मुताबिक मृतक के पास से सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है, जिसमें किसान ने आत्महत्या का कारण लिखा है. किसान ने अपने पत्र में लिखा है कि इस साल उसकी काफी अच्छी फसल हुई थी, लेकिन कुछ दिन बाद फसल में बीमारी लग गई, जिसकी वजह से उसने 3 बार दवाईयों का छिड़काव किया. इसके बावजूद फसल से बीमारी दूर नहीं हुई और फसल खराब हो गई. जिससे वो परेशान होकर आत्महत्या कर रहा है.
फसल खराब होने के बाद की खुदकुशी
सूचना के बाद मचांदुर चौकी पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी थी. मृतक किसान की शिनाख्त मातरोडीह गांव के दुर्गेश निषाद के रूप में की गई थी. जानकारी के मुताबिक किसान ने 5 एकड़ में धान की फसल लगाई थी. प्रदेश सरकार भले ही किसानों के हित के लिए अनेकों प्रयास कर रही है, लेकिन छत्तीसगढ़ में किसानों की आत्महत्या का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है.
साल 2019 में 43 हजार किसान और दिहाड़ी मजदूरों ने की आत्महत्या