दुर्ग में फर्जी जाति प्रमाण पत्र का मामला, बीजेपी पार्षदों ने कांग्रेस पार्षद के खिलाफ की शिकायत
fake caste certificate: दुर्ग में फर्जी जाति प्रमाण पत्र मामले में बीजेपी पार्षदों ने कांग्रेस पार्षद के खिलाफ शिकायत दर्ज की है. बीजेपी पार्षदों ने जिले के सुपेला थाने में शिकायत दर्ज कराई है.fake caste certificate Case in Durg
दुर्ग:दुर्ग नगर निगम में फर्जी जाति प्रमाण पत्र का मामला सामने आया है. बीजेपी पार्षदों ने कांग्रेस पार्षद के खिलाफ सुपेला थाने में शिकायत दर्ज कराई है. बताया जा रहा है कि पार्षद ने फर्जी दस्तावेज पेश कर चुनाव लड़ा है.
बीजेपी पार्षदों ने दर्ज कराई शिकायत: दरअसल, ये पूरा मामला भिलाई नगर निगम के शारदा पारा का है. यहां का वार्ड संख्या 35 पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षित है. शुक्रवार को नगर निगम के बीजेपी पार्षदों ने कांग्रेस पार्षद और उपसभापति मोहम्मद सलमान के फर्जी जाति प्रमाण पत्र को लेकर मोर्चा खोल दिया है. बीजेपी पार्षदों का कहना है कि, "सलमान फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर पार्षद निर्वाचित हुए हैं. वार्ड 35 अन्य पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षित है, लेकिन उपसभापति मोहम्मद सलमान अपना जाति कुंजड़ा बता रहे हैं. लेकिन यह जाति किसी दूसरी महिला के नाम पर है. फर्जी दस्तावेज के आधार पर पार्षद सलमान ने चुनाव लड़ा था और वार्ड 35 से जीत गए. झूठा शपथ पत्र भी उन्होंने पेश किया है. इसको लेकर भारतीय जनता पार्टी के पार्षदों ने दुर्ग संभाग आयुक्त, दुर्ग कलेक्टर और सुपेला थाना में शिकायत दर्ज कराया है."
और भी ऐसे मामले की आशंका: इस पूरे मामले में पार्षद पीयूष मिश्रा का कहना है कि, "अभी तो एक पार्षद का दस्तावेज हमें उपलब्ध हुआ है. ऐसे बहुत सारे पार्षद हैं, जो फर्जी प्रमाण पत्र से पार्षद का चुनाव जीते हैं. लेकिन हमारे पास दस्तावेज अभी कुछ नहीं है जैसे ही आ जाते हैं, उनका भी खुलासा किया जाएगा. हमने थाने में धारा 420, 467, 468, 471 के तहत शिकायत दर्ज की है."
कांग्रेस पार्षद ने दी सफाई: कांग्रेस पार्षद और उपसभापति मोहम्मद सलमान ने इस मामले में सफाई दी है. उन्होंने कहा कि, "प्रदेश में सत्ता चेंज होने के बाद भाजपा के पार्षद अब विपक्ष को दबाने में लगे हुए हैं, इसमें कोई सत्यता नहीं है. प्रशासन के द्वारा जहां भी मुझे अपना जाति प्रमाण पत्र देना होगा, वहां मैं दे दूंगा और जांच कर लिया जाए. मैं एक युवा पार्षद हूं और जनहित के लिए कार्य करता हूं. यह सब भाजपा के पार्षदों को देखा नहीं जा रहा है. इसीलिए मेरे साथ राजनीति कर रहे हैं."
कांग्रेस पार्षद ने दी सफाई
बता दें कि छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सरकार बनने के बाद से ही लगातार कांग्रेस नेताओं के पोल खोले जा रहे हैं. कई मामलों का खुलासा हो रहा है. ऐसे में इस मामले में और भी पार्षदों के जाति प्रमाण पत्र फर्जी होने की आशंका जताई जा रही है. वहीं, कांग्रेस पार्षद ने भी खुद पर लगे आरोपों को गलत बताया है.