दुर्ग: रक्षाबंधन का त्यौहार भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक है. इस दिन बहनें अपने भाई को राखी बांध कर उसके लंबे उम्र की कामना करती है. वहीं, भाई अपनी बहन की जीवनभर रक्षा का संकल्प लेता है. रक्षाबंधन के दिन बांधी जाने वाली राखी काफी महत्वपूर्ण होती है. इन दिनों बाजारों में हर तरह के राखी का ट्रेड हैं. बहन अपने भाई को खास राखी बांधती हैं. यही कारण है कि बाजारों में भी खास तरीके के राखी हर साल बिकती है.
गोबर से बनी राखी की डिमांड बढ़ी:इस बार छत्तीसगढ़ के बाजारों में गोबर से बनी देसी राखी का चलन बढ़ा है. गौठानों में इन दिनों गोबर की राखी काफी मात्रा में बनाई जा रही है. लोगों में इसकी डिमांड भी काफी अधिक है. दरअसल, दुर्ग के पुलगांव स्थित हमर गौठान में कल्याणम महिला एवं सहायता समूह की ओर से इस साल गोबर की राखियां बनाई जा रही है. इस राखी की प्रदेश और देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी डिमांड है. लोग काफी मात्रा में विदेश से इस राखी को ऑर्डर कर रहे हैं.
जानिए क्यों है ये राखी खास ? :गोबर की राखी कई मायनों में खास है. क्योंकि इस राखी से पर्यावरण प्रदूषित नहीं होता. अगर इस राखी को कोई जमीन पर फेंक भी दे तो ये राखी जमीन और हमारे आसपास के वातावरण को दूषित नहीं करेगा.बल्कि गोबर की राखी जमीन में जाकर जमीन को भी फायदा ही पहुंचाएगी. इसलिए ये राखी काफी खास है.