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दुर्ग: जिला अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे कलेक्टर, सोशल डिस्टेंसिंग नहीं होने पर जताई नाराजगी

दुर्ग में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है. इसे लेकर कोरोना टेस्ट की गति बढ़ा दी गई है. कोरोना टेस्ट के लिए अस्पताल में लोगों की भीड़ लगी रहती है. साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी नहीं किया जा रहा है. इस पर कलेक्टर ने कड़ी नाराजगी जाहिर की है.

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दुर्ग कलेक्टर ने सिविल सर्जन को दिए कई दिशा निर्देश

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Published : Sep 12, 2020, 8:01 PM IST

Updated : Sep 12, 2020, 9:50 PM IST

दुर्ग: छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस बेकाबू हो गया है. इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग ने जिले के अधिकारी-कर्मचारियों को कई दिशा निर्देश दिए हैं. इसी के तहत शनिवार को कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर भुरे जिला अस्पताल पहुंचे. जहां उन्होंने कोरोना सैंपल लेने के लिए बनाए गए रजिस्ट्रेशन केंद्र का निरीक्षण किया. इस दौरान कोरोना सैंपल देने पहुंचे लोग लाइन में तो थे, लेकिन सही तरह से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे थे, जिसे लेकर कलेक्टर ने कड़ी नाराजगी जाहिर की.

दुर्ग जिला अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे कलेक्टर

कलेक्टर ने अस्पताल प्रबंधन से कहा कि अभी सैंपल के लिए आए लोगों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग बनाना सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसके लिए जो निर्धारित दो गज की दूरी है. उसका पालन कराएं. लोगों को यहां सोशल डिस्टेंसिंग बनाने की ड्यूटी दी गई है. वे इसका गंभीरता से पालन कराएं. कलेक्टर ने कहा कि लोग जिला अस्पताल में सीधे आते हैं. इस वजह से जिला अस्पताल में काफी दबाव बढ़ जाता है, लेकिन नजदीकी फीवर क्लीनिक में भी जांच की सुविधा है.

जिला अस्पताल के निरीक्षण में पहुंचे कलेक्टर

जिला अस्पताल में रजिस्ट्रेशन काउंटर की संख्या बढ़ाने के निर्देश

कलेक्टर ने कहा कि कोरोना जांच को लेकर डिसप्ले बोर्ड पर जानकारी दी जाए, ताकि नजदीकी फीवर क्लीनिक के बारे में जान सकें. ऐसा करने से जिला अस्पताल में भीड़ कम होगी. जिला अस्पताल में रजिस्ट्रेशन के लिए काउंटर की संख्या बढ़ाने के निर्देश भी दिए. इससे कागजी प्रक्रिया में लगने वाला समय कुछ घट जाएगा. इस कार्य के लिए वालंटिर्यस की मदद भी ली जा सकती है.

कलेक्टर ने सिविल सर्जन को दिए कई दिशा निर्देश

कलेक्टर ने सिविल सर्जन से कहा है कि सबसे जरूरी बात जल्दी से जल्दी लोगों के सैंपल लिए जाएं. यह प्रक्रिया जितनी संक्षिप्त होगी, भीड़ उतनी ही कम होगी. साथ ही सोशल डिस्टेंसिग बनाने में उतनी ही मदद मिलेगी. सोशल डिस्टेंसिंग बनाने के लिए और व्यवस्था के लिए जिन लोगों को लगाया गया है. उनके कार्य की मॉनिटरिंग स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी निरंतर करेंगे.

सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराना अनिवार्य

जहां पर कार्य संतोषजनक न हो, वहां बदलाव किए जाएं. जिन लोगों को उम्र आधारित और शारीरिक अक्षमता आधारित किसी तरह की समस्या है. उनकी जिला अस्पताल में ही पृथक रूप से किसी जगह पर सैंपलिंग की जाए. कलेक्टर ने कहा कि लोगों की जितनी कम भीड़ रहेगी, उतना ही कोरोना से बचा जा सकता है. लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराएं, ताकि लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाया जा सकता है.

Last Updated : Sep 12, 2020, 9:50 PM IST

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