दुर्ग: दुर्ग जिले में डायरिया का प्रकोप है. अकेले सांतरा गांव के 28 लोग डायरिया की चपेट में आ गए हैं. सभी ग्रामीणों का इलाज पाटन सामुदायिक अस्पताल में किया जा रहा है. राहत की बात यह है कि सभी ग्रामीणों की स्थिति सामान्य है. कुछ ग्रामीणों को अस्पताल से छुट्टी भी मिल गई है.
दुर्ग जिले में डायरिया के मरीज: एक बार फिर दुर्ग जिले में डायरिया के मरीज बढ़ रहे हैं. सांतरा गांव में 24 घंटे में 28 ग्रामीण डायरिया की चपेट में आए हैं. जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ जेपी मेश्राम और बीएमओ पाटन डॉ आशीष शर्मा ने सांतरा गांव पहुंचकर जायजा लिया है. स्वास्थ्य विभाग के मैदानी अमले और मितानिनों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं. खास बात यह भी है कि स्वास्थ्य विभाग की टीम घर घर सर्वे कर रही है.
कैसे पड़े बीमार: सांतरा गांव के लोगों के मुताबिक विश्वकर्मा पूजा के दिन लोग बीमार पड़े हैं. सभी ने गुलाब जामुन खाया था. गांव में जगह जगह गंदगी भी है. खासकर पानी की टंकियों के पास बहुत गंदगी है. डायरिया की शिकायत सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है. विभाग की टीम घर घर पहुंच रही है. ग्रामीणों की जांच कर इलाज किया जा रहा है. लोगों को सलाह दी जा रही है कि वह पानी उबाल कर पीएं. गांव में अस्थाई शिविर भी लगाया गया है.
''सभी से यह अपील है कि उल्टी दस्त के मामले में सावधानी बरतें. उबला पानी पीएं. आपको दवाइयां दी गई है, उसका उपयोग करें. सभी घरों में साफ पानी पीएं. गरम भोजन खाएं. बाहर का खाना न खाएं.''-जेपी मेश्राम, सीएमएचओ, दुर्ग
जिला स्वास्थ्य विभाग की टीम घर घर जाकर सर्वे कर रही है. स्वास्थ्य विभाग के कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिकाएं ओआरएस और जिंक की टेबलेट भी बांट रहे हैं.