दुर्ग: कोरोना काल के दौरान स्कूली बच्चों की पढ़ाई को ध्यान में रखते हुए शासन स्तर पर शिक्षकों को ऑनलाइन पढ़ाने के लिए ट्रेंड करने की तैयारी हो रही है. लेकिन दुर्ग जिले के तीनों ब्लॉक के हेडमास्टर और शिक्षक इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं. जिले में अबतक 78 प्रतिशत शिक्षकों ने ही अपना पंजीयन कराया है. वहीं 22 प्रतिशत शिक्षकों ने दीक्षा पोर्टल पर ट्रेनिंग के लिए पंजीयन नहीं कराया है.
जिला शिक्षा अधिकारी ने जिले के सभी हेडमास्टर और शिक्षकों को पंजीयन करने के लिए आदेश जारी किया था. उसके बाद भी हेडमास्टर और शिक्षकों ने तय समय तक दीक्षा पोर्टल में अपना रजिस्ट्रेशन नहीं कराया. अब पंजीयन नहीं कराने वाले हेडमास्टर और शिक्षकों के खिलाफ वेतन रोकने की कार्रवाई की जा सकती है. जिले के पाटन, दुर्ग और धमधा ब्लॉक के 22 प्रतिशत शिक्षकों ने अब तक दीक्षा पोर्टल पर पंजीयन नहीं कराया है.
19 अक्टूबर तक होना था 100 प्रतिशत पंजीयन
दीक्षा पोर्टल पर बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाने के लिए स्कूली शिक्षा विभाग ने यह कवायद शुरू की है. कोरोना संक्रमण को देखते हुए पहली से आठवीं क्लास के बच्चों को दीक्षा पोर्टल से ऑनलाइन शिक्षा दी जाएगी. शासन के आदेशानुसार 19 अक्टूबर तक 100 प्रतिशत पंजीयन हो जाना चाहिए था. लेकिन वर्तमान में 78 प्रतिशत शिक्षकों ने ही अपना पंजीयन कराया है. शासन की ओर से जारी आदेश में तय समय तक पंजीयन नहीं करने पर वेतन कटौती किए जाने का जिक्र हुआ था.