Corona Virus new variant छत्तीसगढ़ में भी कोरोना के नए वेरिएंट जेएन1 का खौफ
Corona Virus new variant JN1 Fear in Chhattisgarh:पूरे छत्तीसगढ़ में कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है. जेएन1 के केस भारत में मिले हैं. यही कारण है कि लोगों से फिर पहले की तरह मास्क और सेनेटाइजर के इस्तेमाल की अपील की गई है.
छत्तीसगढ़ में भी कोरोना के नए वेरिएंट जेएन1 का खौफ
दुर्ग: साल 2019 में चीन के वुहान शहर से निकला कोरोना संक्रमण साल-दर-साल आक्रामक होता जा रहा है. हर साल इस संक्रमण के नए वेरिएंट लोगों को डराने आ जाते हैं. साल 2023 खत्म होने से पहले कोरोना का नया वेरिएंट जेएन1 पूरे देश में तेजी से फैल रहा है. भारत में भी इसके मरीज मिले हैं. इसके बाद देश के कई राज्यों में स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है. छत्तीसगढ़ में भी कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है.
छत्तीसगढ़ में नहीं आए एक भी मामले: पूरे प्रदेश के साथ ही दुर्ग जिले में भी स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. कई राज्यों में कोरोना के नए वेरिएंट जेएन1 के मामले सामने आने लगे हैं. केंद्र सरकार की एडवाइजरी जारी होने के बाद दुर्ग जिले के अस्पतालों में भी विभाग द्वारा तैयारी शुरू कर दी गई है. ताकि अगर कोई केस प्रदेश में सामने आता है, तो विभाग इसके लिए पहले से तैयार रहे. हालांकि अब तक छत्तीसगढ़ में एक भी कोरोना के नए वेरिएंट जेएन1 के मामले सामने नहीं आए हैं.
स्वास्थ्य विभाग ने जारी की गाइडलाइन: इस बारे में ईटीवी भारत ने स्वास्थ्य विभाग के नोडल अधिकारी से बातचीत की. उन्होंने बताया कि केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगातार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हमें गाइडलाइन जारी किया जा रहा है. गाइडलाइन के अनुसार लोगों को समझाइश भी दी जा रही है. पहले की तरह हर राज्य में मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग और सैनिटाइजर का उपयोग करना अनिवार्य कर दिया गया है. सर्दियों के मौसम में सर्दी-खांसी के मरीज बढ़ जाते हैं. अगर सर्दी-खांसी गंभीर है तो ऐसे मरीजों को अस्पताल में जाकर अपना इलाज काराना चाहिए."
लोगों से की जा रही अपील:बता दें कि दुर्ग जिले में लगातार लगातार लोगों का कोरोना टेस्ट किया जा रहा है. सभी से अपील की जा रही है कि सर्दी-खांसी होने पर तत्काल पास के अस्पताल जाकर जांच कराएं. लोग पहले एंटीजन से जांच कर लें, उसके बाद पॉजिटिव आने पर ही आरटीपीसीआर से जांच कराए. ताकि दूसरे लोग पॉजिटिव ना हो. पूरे प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में पर्याप्त बेड और ऑक्सीजन की व्यवस्था की गई है. जिला अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट बनाया गया है. साथ ही हर सरकारी अस्पताल में अलग से आइसोलेशन वार्ड बनाया जा रहा है. ताकि पॉजिटिव मरीज मिलते ही उनको नजदीकी सरकारी अस्पताल में भर्ती कराकर इलाज कराया जा सके.