दुर्ग: टाउनशिप इलाके के लोग बीते एक माह से लगातार मटमैला पानी पीने को मजबूर हैं. इस मामले में भिलाई विधायक देवेंद्र यादव BSP अधिकारियों से शिकायत कर चुके हैं. मामले की गंभीरता को समझते हुए दुर्ग कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे भी BSP का दौरा कर चुके हैं. बावजूद अब तक पेयजल में कोई सुधार नहीं आया. पेयजल की समस्या को देखते हुए सोमवार को कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने BSP टाउनशिप एरिया में शुद्ध पेयजल को लेकर BSP के जलापूर्ति से संबंधित अधिकारियों की बैठक बुलाई. बैठक में कलेक्टर ने पेयजल को लेकर आ रही शिकायतों को लेकर सख्त नाराजगी जाहिर की. उन्होंने कहा कि पिछली बार फिल्टर प्लांट के निरीक्षण के दौरान यह निर्देश दिये गए थे कि पेयजल को लेकर नागरिक पूरी तरह संतुष्ट रहें. सिस्टम ठीक करने के लिए कार्रवाई जरूर की है लेकिन यह प्रभावी नहीं रही है. क्योंकि अब भी शिकायतें आ रही हैं.
'पानी शुद्ध है तो रंग भी उसी तरह दिखाई देना चाहिए'
बैठक के दौरान कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने अधिकारियों से कहा कि विशेषज्ञों से राय लेकर अस्थायी रूप से समस्या को दूर करने का हल खोजें और लोगों की समस्या तुरंत हल करें. स्थायी रूप से समस्या हल करने के लिए फिल्टर प्लांट के सिस्टम को आधुनिक तकनीक के मुताबिक अद्यतन करना जरूरी है. शुद्ध पेयजल का मुद्दा ऐसा है कि सारे पैरामीटर में पानी की गुणवत्ता खरी उतरनी चाहिए. पानी शुद्ध है तो इसका रंग भी उसी तरह दिखना चाहिए. उन्होंने कहा कि साफ पानी के विषय में शत प्रतिशत रिजल्ट चाहिए, इसमें एक प्रतिशत कमी की भी गुंजाइश नहीं हो सकती. बैठक में BSP के अधिकारियों ने कहा कि टाउनशिप में की जा रही जलापूर्ति पूरी तरह शुद्ध है. पानी के रंग को बेहतर करने को लेकर तकनीकी प्रयास किये जा रहे हैं. जल्द ही स्थिति बेहतर होगी.