Ganpati Pandal In Bhilai: भिलाई के गणपति पंडाल में सपनों की नगरी, यहां प्रसाद में भक्तों को मिल रहा पौधा - City of Dreams Ganpati Pandal in Bhilai
Ganpati Pandal In Bhilai: भिलाई के सेक्टर 2 में खास गणपति पंडाल बनाया गया है. यहां सपनों की नगरी थीम पर पंडाल को सजाया गया है. पंडाल के चारों ओर पर्यावरण बचाने का संदेश है. सबसे खास बात यह है कि यहां आने वाले भक्त को प्रसाद में पौधा मिल रहा है.
दुर्ग: छत्तीसगढ़ में इस बार गणेश पूजा को लेकर खास थीम पर गणपति का पंडाल तैयार किया गया है. हर एक पंडाल अपने आप में बेहद खास है. इस बीच भिलाई के सेक्टर 2 में सपनों की नगरी थीम पर पंडाल बनाया गया है. ये पंडाल श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. हमेशा से ही जिले का सबसे बड़ा पंडाल सेक्टर 2 का गणेश पंडाल होता है. पिछले 39 सालों से ये पंडाल अलग-अलग और खास थीम पर बनाया जाता है.
खास पंडाल में 21 फीट के गणपति विराजमान: दरअसल, भिलाई के सेक्टर 2 के न्यू आजाद गणेशोत्सव समिति ने सपनों की नगरी थीम पर पंडाल तैयार किया है. लोगों को ये पंडाल काफी भा रहा है. यहां पहले दिन से ही श्रद्धालुओं की भीड़ देखी जा रही है. इस पंडाल के अंदर परियां आसमान में उड़ते दिख रही है. पूरे पंडाल में प्राकृतिक वातावरण का माहौल है. इस खास पंडाल में 21 फीट के गणपति की मूर्ति है.
पंडाल के बाहर 50 फीट में लाइटिंग से अयोध्या के राम मंदिर की छवि उकेरी गई है. पंडाल को सजाने में 10 हजार मीटर मच्छरदानी का इस्तेमाल किया गया है. भीतर की कलाकारी आकर्षक है. पूरे पंडाल को सपनों की नगरी जैसा बनाया गया है. - श्रीनिवास राव, समिति के अध्यक्ष
हर बार अलग थीम पर बनता है पंडाल:इस खास पंडाल के बारे में रिसाली नगर निगम के सभापति ने कहा कि, "हम हर साल इस पंडाल में भगवान गणेश जी के दर्शन करने आते हैं. हर बार कुछ नया देखने को मिलता है. पर्यावरण को बचाने के लिए सेक्टर 2 में सपनों की नगरी वाला पंडाल बनाया गया है. यह बहुत ही खूबसूरत है. ऐसा पंडाल हमें खाली मेट्रो सिटी में देखने मिलता था. अब लेकिन भिलाई में भी ऐसा पंडाल देखने को मिल रहा है."
मैं इस खास पंडाल को देखने आई हूं. यहां हर बार कुछ नया देखने को मिलता है. इस बार सपनों की नगरी का पंडाल बनाया गया है. जैसे ही हम पंडाल के अंदर आते हैं, हमारा मन शांत हो जाता है. क्योंकि प्रकृति से जुड़े थीम पर यह पंडाल बना है. चारों तरफ प्रकृति को बचाने का एक संदेश पंडाल में देखने को मिल रहा है. -रुचिका, स्थानीय
भक्तों को प्रसाद में दिया जा रहा पेड़: बता दें कि इस पूजा समिति की ओर से पर्यावरण को बचाने के लिए एक अनोखी पहल की जा रही है. यहां लोगों को भगवान के प्रसाद के रूप में पेड़ दिया जा रहा है.समिति ने पंडाल को प्रकृति से जोड़ने का प्रयास किया है. पंडाल के आस-पास सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. पंडाल में 100 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. आज से बचाव के लिए फायर एक्सटिंग्विशर इंतजाम किया गया है.