दुर्ग: जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के CEO की बेनामी संपत्ति मामले में EOW और ACB की टीम ने छापेमारी में अब तक करोड़ों की संपत्ति का खुलासा किया है. जबकि जांच में और भी कई चौंकाने वाले खुलासे होने की संभवना जताई जा रही है.
काली कमाई का कुबेर निकला सहकारी बैंक का सीईओ टीम ने कई ठिकानों के साथ-साथ बैंक और दफ्तर में तलाशी के दौरान बड़ी मात्रा में नकदी, चल-अचल संपत्ति के दस्तावेज, कार, गाड़ियां जब्त की है. वहीं बैंक में भी करोड़ों की जमा रकम का खुलासा हुआ है.
कई बंगले और गाड़ियों की मिली जानकारी
CEO निवसरकर का खुद का एक लॉकर जिला सहकारी केंद्रीय बैंक में मिला. जिसमें सोने-चांदी के जेवरात भरे हुए थे. सीईओ के दुर्ग के सिंधिया नगर में एक करोड़ की लागत की बनी दो तल के मकान का भी पता चला है. वहीं साकेत नगर दुर्ग से करीब सवा करोड़ रुपए के बंगले का भी पता चला है.
वहीं CEO के पास से कई महंगी और लग्जरी गाड़ियां भी बरामद की गई है.
करोड़ों की राशि और जमीन का खुलासा
- EOW और ACB की टीम को CEO की घर की तलाशी में 6 लाख 48 हजार 953 रुपये की राशि मिली है, जबकि बैंक एकाउंट में दो लाख रुपये मिले हैं.
- बैंक में 40 लाख का फिक्स डिपॉजिट, 50 लाख का LIC में निवेश, बैंक लॉकर में 1 किलो सोना और 1.5 किलो चांदी, जिसकी कुल कीमत 30 लाख रुपये है.
- वहीं ग्राम आमटी में 3 एकड़ कृषि भूमि जिसकी कीमत करीब 15 लाख रुपये हैं.
- अभी तक की छापेमार कार्रवाई में करोड़ों रूपये की चल-अचल सम्पत्ति की जानकारी सामने आई है.
परिजनों और रिश्तेदारों के नाम पर भी बैंक में राशि जमा
वहीं इनके परिजनों और रिश्तेदारों के नाम पर भी बैंक में राशि जमा है. जिसकी EOW और ACB को जानकारी लगी है. जिसकी भी तफ्तीश की जा रही है. तफ्तीश के बाद और भी खुलासे हो सकते हैं.
घर, ऑफिस के अलावा कई ठिकानों पर छापेमारी
मामले में CEO पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13 (1)बी, 13 (2) के तहत मामला दर्ज किया गया है. सीईओ के खिलाफ लगातार EOW को शिकायत मिल रही थी वह किसानों के धान खरीदी के दौरान कांटा मारने और बारदाने खरीदी में कमीशनखोरी जैसे काम करता था. जिसके आधार पर मंगलवार (7 जनवरी 2020) को EOW की टीम ने सीईओ एसके निवसरकर के ठिकानों पर छापेमारी की थी.
छापेमारी में ACB के एएसपी महेश्वर नाग, डीएसपी आरके दुबे के नेतृत्व में 20 से अधिक कर्मचारी और अधिकारी की टीम ने संतोष कुमार निवसरकर के ठिकानों पर छापेमारी की.