दुर्ग:भिलाई रस्तोगी कॉलेज के फूड पॉइजनिंग मामले में पुलिस ने हॉस्टल प्रबंधन के खिलाफ केस दर्ज किया है. स्मृति नगर पुलिस ने इस मामले में धारा 269, 270, 337, 304 ए के तहत हॉस्टल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई किया है. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जांच रिपोर्ट कलेक्टर को सौंप दिया है. यहां के जल स्रोत में खामियां सामने आई हैं. सीएमओ ने कलेक्टर को रस्तोगी कॉलेज के खिलाफ कार्रवाई करने की सिफारिश की है. (Food Poisoning Bhilai Rastogi College)
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स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट में क्या बताया गया:स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट में बताया गया कि रस्तोगी कॉलेज के मेस में बल्क में खाना बनाया जाता है. यहां बनने वाला खाना 6 हॉस्टल में भेजा जाता है, जबकि केवल स्मृति नगर वेद हॉस्टल की छात्राएं बीमार पड़ीं और जिस छात्रा की मौत हुई, वह भी इसी हॉस्टल की है. दूसरे किसी भी हॉस्टल की छात्राओं के बीमार होने की सूचना अभी तक नहीं है. इसलिए माना जा रहा है कि वेद हॉस्टल का जल दूषित है. इसी कारण छात्राएं बीमार हुईं हैं. अस्पताल में भर्ती 39 छात्राएं उल्टी-दस्त से संकमित मिलीं हैं.
छात्रा की मौत होने के बाद हुआ खुलासा:यहां सभी छात्र स्किल डेवलेपमेंट की ट्रेनिंग ले रहे थे. बताया जा रहा है कि पुराने वाटर कूलर से पानी पीने के लिए उपयोग किया जाता था. लेकिन आरओ को नहीं बदला गया. 29 जुलाई से वेद हास्टल के छात्राओं की तबीयत लगातार बिगड़ रही थी. लेकिन बालोद निवासी कामिनी की मौत के बाद मामला सार्वजनिक हो गया.
क्या कहता है प्रबंधन:डीडीयूजीकेवाई स्किल ट्रेनिंग जनरल मैनेजर श्रीनू नायर ने कहा कि "रस्तोगी कॉलेज में स्मृति नगर भिलाई स्थित वेद हॉस्टल में डीडीयूजीकेवाई स्किल ट्रेनिंग कोर्स में बच्चों के ठहरने की व्यवस्था की गई है. 29 जुलाई को वेद हॉस्टल के 5-6 बच्चों को उल्टी दस्त की शिकायत होने पर उन्हें स्मृति नगर स्थित हाईटेक हॉस्पिटल में उपचार के लिए भर्ती करवाया गया. 30 और 31 जुलाई को और 40 बच्चों को भी उल्टी दस्त की शिकायत होने पर उन्हें भी उपचार के लिए हाईटेक हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया है. बच्चों का उपचार जारी है. 10-12 बच्चे ठीक होकर वापस हॉस्टल आ गए हैं. एक अन्य लड़की कामिनी को बुखार की शिकायत होने पर 29 जुलाई को उसके परिवार वाले आवेदन देकर अपने घर ले गए थे. बाद में पता चला कि 31 जुलाई रात को तबीयत खराब होने पर राजनांदगाव हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. जहां उपचार के दौरान कामिनी की मृत्यु हो गई. प्रबंधन द्वारा बच्चों के स्वास्थ्य खराब होने पर तत्काल उपचार के लिए समूचित व्यवस्था की गई है. प्रबंधन द्वारा लापरवाही नहीं की गई है.''
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बीमार पड़ने के बाद फिल्टर नया लगा:छात्राओं के बीमार पड़ने के बाद नया आरओ फिल्टर लगाया गया है. भिलाई निगम के जल विभाग के सहायक अभियंता बृजेश श्रीवास्तव और आलोक पसीने, स्वास्थ्य अधिकारी की संयुक्त टीम ने वेद हॉस्टल से सभी जगह से पानी का सैंपल लिया. पानी का सैंपल लोक स्वास्थ्य और यांत्रिकी विभाग दुर्ग भेजा गया है. जिसकी जांच रिपोर्ट आना बाकी है.
गिरफ्तारी की मांग:भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने इस मामले की जांच की मांग की है. भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने नितेश मिश्रा के नेतृत्व में पुलिस अधीक्षक जिला दुर्ग को ज्ञापन सौंपा है. उन्होंने प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. दुर्ग एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने बताया कि "जांच रिपोर्ट के आधार पर हॉस्टल प्रबंधन के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किया है."