दुर्ग: सुपेला पुलिस ने गांजा के बदले युवक का अपहरण कर फिरौती की मांग करने वाले चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इस केस में तीन आरोपी फरार बताए जा रहे हैं. पुलिस ने घने जंगल के बीच रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर ओडिशा के नक्सल प्रभावित क्षेत्र कालाहांडी से 2 युवकों को गांजा तस्करों के चुंगल से छुड़ाया है.
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ये है पूरा मामला
चार दिन पहले सोशल मीडिया पर लापता सतीश गंधर्व को कुछ गांजा तस्करों द्वारा नग्न अवस्था में प्रताड़ित करते हुए वीडियो वायरल हुआ था. इस वीडियो के आधार पर फिरौती मांगी गई थी. सोशल मीडिया में वायरल वीडियो के आधार पर पता चला कि, युवक को जंगल में किडनैप कर रखा गया है. वीडियो में युवक ने बताया कि सुपेला के कुछ गांजा तस्करों ने युवकों को गांजा के बदले गिरवी कर रखा है. वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए 2 टीम बनाकर ओडिशा रवाना किया. जिसके बाद पुलिस ने ओडिशा के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया. तलाशी को दौरान पुलिस को गांजा तस्कर अनिल सोनी उर्फ गुडुआ, सुनील, आदम और अनिल के बारे में महत्वपूर्ण जानाकरी लगी. अनिल उर्फ गुडुआ सुपेला थाना क्षेत्र का निगरानीशुदा बदमाश है. जो कालाहाण्डी में रहकर गांजा तस्करी के लिए काम करता है. दूसरे राज्यों में गांजा सप्लाई करता था.
पुलिस ने गांजा तस्करों के परिजनों पर बनाया था प्रेशर पुलिस लगातार 4 दिनों से ओडिशा के नक्सल प्रभावित क्षेत्र के घने जंगलों के बीच रेस्क्यू ऑपरेशन चलकर लापता युवक की तलाश में जुटी थी. पुलिस ने ओडिशा के ताल नुआगांव, मोहनगिरी, मनीखेरा के घने जंगलों में दबिश दी. उसके बाद भी युवक का पता नहीं चल सका. उसके बाद पुलिस ने आसपास के लोगों से जानाकरी ली. युवकों को छुड़ाने में कई स्थानीय लोगों ने पुलिस की मदद की. जिसके बाद पुलिस ने युवकों को छुड़वाने के लिए गांजा तस्करों से बात कही कि, तुम्हारे आदमी हमारे कब्जे में है. तुम हमारे आदमी को छोड़ दो हम आपके आदमी को छोड़ देंगे. इसके बाद देर रात गांजा तस्करों ने अपहरण किये युवकों को खंभे में बांधा और फरार हो गए. पुलिस ने इसके बाद दो युवकों को रिहा कराया.
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सुपेला थाना प्रभारी सुरेश ध्रुव ने बताया कि, इस घने जगंल में कदम-कदम पर मौत का रास्ता था. नक्सली द्वारा कुछ दिन पहले ही यहां ब्लास्ट किया गया था. पुलिसकर्मियों ने जान जोखिम में डालकर युवकों को छुड़ाया. उस क्षेत्र में कई वर्षों से गांजे की तस्करी हो रही है. लेकिन स्थानीय पुलिस भी अभी तक वहां नहीं पहुंची सकी है. गांजा तस्करों द्वारा पैसे नहीं होने के एवज में आदमी को भी गिरवी रखकर गांजा दिया जाता है.