Action On Chit Fund Company In Durg: यश ग्रुप चिटफंड कंपनी में निवेश करने वालों को जल्द मिलेगा पैसा: दुर्ग पुलिस - सुपेला पुलिस
Action On Chit Fund Company In Durg: यश ग्रुप चिटफंड कंपनी में निवेश करने वालों को जल्द पैसा मिल सकता है. एसपी शलभ सिन्हा ने इस बारे में जानकारी दी है. शनिवार को दुर्ग में चिटफंड कंपनियों पर कार्रवाई हुई है.
यश ग्रुप चिटफंड कंपनी पर कार्रवाई
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Published : Jul 15, 2023, 11:29 PM IST
चिटफंड कंपनी पर दुर्ग पुलिस की कार्रवाई
दुर्ग:दुर्ग जिला प्रशासन चिटफंड कंपनियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है. चिटफंड कंपनी यश ग्रुप को लेकर बड़ी कार्रवाई हुई है. पुलिस ने न सिर्फ कंपनी के डायरेक्टर को गिरफ्तार किया है. बल्कि लोगों का पैसा वापस करने का भी रास्ता तैयार किया है. दरअसल, कंपनी की 50 करोड़ रुपए कीमत की 52 एकड़ जमीन भी नीलाम की जा रही है.
एसपी ने दी जानकारी:एसपी शलभ सिन्हा ने जानकारी दी कि 19 अगस्त 2015 को पुलगांव थाना अंतर्गत नगपुरा के हेमन्त कुमार साहू ने यश ग्रुप ऑफ कंपनीज के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. शिकायत के अनुसार कंपनी ने नेहरू नगर के प्रियदर्शनी परिसर में अपना ऑफिस खोलकर भोले भाले लोगों को ठगने का काम किया है. कंपनी लोक लुभावन स्कीम दिखाकर लोगों को अधिक ब्याज का लालच देकर उनसे इनवेस्ट करवा रही थी. सुपेला पुलिस ने कंपनी के 9 डायरेक्टर्स के खिलाफ मामला दर्ज किया. पुलिस ने अब तक इस मामले में सभी 9 डॉयरेक्टर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
चिटफंड कंपनियों के जमीन की होगी नीलामी: पुलिस की मानें तो यश ग्रुप कंपनी के डॉयरेक्टर्स ने दुर्ग के हनोदा, कोहका, उमदा, अखरा, नगपुरा, अंजोरा, पाटन, अण्डा, रिसाली और जामुल अंतर्गत 52 एकड़ जमीन खरीदी है. इस जमीन को 14 करोड़ 46 लाख 84 हजार रुपए में खरीदा गया था. फिलहाल इस जमीन की कीमत 50 करोड़ से अधिक बताई जा रही है. 18 मार्च 2016 को जमीन की कुर्की के लिए जिला दण्डाधिकारी दुर्ग को लिखा गया था. कलेक्टर ने मामले की सुनवाई के बाद 23 अप्रैल 2016 को की संपत्तियों को कुर्की किये जाने के लिए अंतरिम आदेश जारी किया.
ऐसे वापस होगा निवेशकों का पैसा: विशेष न्यायालय ने यश ग्रुप और कंपनी के डायरेक्टरों की चिहिन्त संपत्ति को कुर्की करने का आदेश दिया. ये आदेश 14 जुलाई 2023 को दिया गया है. जानकारी के मुताबिक चिटफंड के मामले में जिले में अब तक 4 कंपनी की नीलामी की जा चुकी है. इससे प्रशासन ने 43 करोड़ 27 लाख 81,02 रुपए की रिकवरी की है. इस राशि को 2519 निवेशकों को वापस किया जा चुका है. शेष राशि की वापसी को लेकर काम किया जा रहा है.