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दुर्ग: जिला सहकारी बैंक का फर्जी एकाउंट बनाकर कंपनी के पैसे गबन करने वाला आरोपी गिरफ्तार - फर्जी एकाउंट बनाकर पैसों के गबन

8 लाख 14 हजार रुपए का फर्जीवाड़ा करने के आरोप दुर्ग सिटी कोतवाली पुलिस ने राइट वाटर सॉल्यूशंस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के पूर्व सुवरवाइजर को गिरफ्तार किया है. आरोपी पर जिला सहकारी बैंक में कंपनी के नाम पर फर्जी एकाउंट बनाकर पैसों के गबन का आरोप है.

Accused arrested of embezzling company money
पैसे गबन करने वाला आरोपी गिरफ्तार

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Published : Nov 26, 2020, 2:15 AM IST

दुर्ग: जिला सहकारी बैंक में फर्जी एकाउंट के जरिए गबन करने वाले राइट वाटर सॉल्यूशंस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड नागपुर के पूर्व सुपरवाइजर को सिटी कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया है. कंपनी के मैनेजर ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी. जिसके बाद पुलिस ने जांच में शिकायत को सही पाया. पुलिस ने आरोपी सुपरवाइजर के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया था. जिसके बाद उसकी तलाश की जा रही थी.

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पुलिस को आरोपी के महाराष्ट्र में होने की जानकारी मिली थी. कार्रवाई करते हुए पुलिस महाराष्ट्र से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.राइट वाटर सॉल्यूशंस कंपनी को छत्तीसगढ़ में वॉटर एटीएम नगरीय निकायों में स्थापित कर उनके संचालन और मरम्मत का कार्य मिला हुआ था. इस कार्य का निर्वहन कंपनी 3 साल कर रही है. इसके एवज में नगरीय निकाय संस्थाओं से बिल के आधार पर भुगतान किया जा रहा था. इस कंपनी का कार्य सुपरवाइजर के तौर पर शिक्षक नगर दुर्ग के निवासी राघवेंद्र तिवारी कर रहे थे.

खुद के आकाउंट में कंपनी का पैसा

कार्य के दौरान नगर पंचायत चारामा में 3 लाख 50 हजार रुपए ,नगर पंचायत बारसूर में 7 लाख 26 हजार और पुसौर में 77 हजार कुल मिलकर 11 लाख 54 हजार रुपए का भुगतान सुपरवाइजर ने कंपनी के नाम पर जिला सहकारी बैंक दुर्ग के फर्जी एकाउंट खोलकर प्राप्त कर लिया था. सभी भुगतान एकाउंट में ट्रांसफर हुए, लेकिन नगर पंचायत चारामा का पेमेंट कंपनी के एकाउंट में जमा किया गया. बाकि 8 लाख 14 हजार रुपए फर्जी एकाउंट में रखकर उसका उपयोग खुद के खर्चों पर किया गया.

आरोपी राघवेंद्र तिवारी ने राशि के गबन के बाद अगस्त 2020 में कंपनी से इस्तीफा भी दे दिया. पूरे मामले का खुलासा कंपनी के जीएसटी प्राप्त होने पर हुआ. जिसके बाद कंपनी के मैनेजर ने दुर्ग थाने में मामला दर्ज कराया. पुलिस ने आरोपी के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध किया. और उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया.

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