दुर्ग: कोरोना काल के संकट में मानो दुनिया थम सी गई थी. देशभर में तीन चरणों में लॉकडाउन भी लगाया गया, जिसने तमाम जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया. कोरोना काल के बीच लॉकडाउन में लोगों को खाने के लाले पड़ने लगे, लेकिन इस कोरोना काल में कुछ ऐसे भी लोग हैं, जो देश में आई आपदा से पहले तो घबराए फिर आपदा को ही अवसर में बदल दिया. एक ऐसा ही उदाहरण भिलाई में सामने आए हैं. जहां शादी समारोह और अन्य कार्यक्रमों में टेंट लगाकर अपना जीवन यापन करते थे, लेकिन टेंट का कारोबार ठप होने के बाद कोरोना महामारी में मशरूम की खेती कर रहे हैं.
भिलाई में रहने वाले प्रताप सिंह लॉकडाउन के बीच बेरोजगार हो गए थे. उनका टेंट का धंधा ठप हो गया था. ऐसे में प्रताप सिंह की हालत खराब होने लगी थी. लॉकडाउन के कारण शादी पार्टी समेत अन्य कार्यक्रम रद्द हो गए थे. ऐसे में उनको जबरदस्त नुकसान उठाना पड़ा है. प्रताप सिंह को हर साल शादी के सीजन में 5 लाख रूपए तक फायदा होता था, लेकिन इस बार हालात बत से बदतर हैं.
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100 रुपए की लागत से शुरू की मशरूम की खेती