छत्तीसगढ़

chhattisgarh

ETV Bharat / state

अच्छी खबर: भिलाई में 76 साल की बुजुर्ग महिला ने ऑक्सीजन कम होने बाद भी कोरोना को हराया

दुर्ग जिले में कोरोना के कहर के बीच अच्छी खबर है. 76 साल की बुजुर्ग महिला ने कोरोना को मात दे दी है. डायबिटीज और हाइपरटेंशन के बावजूद भी सिर्फ 5 दिन अस्पताल में रहीं और इस महामारी को हराकर नई जिंदगी शुरू की है. इससे पहले भिलाई से भी ऐसी ही सुकून देने वाली खबर सामने आई थी. यहां 76 साल की दादी, जिन्हें कोरोना हो गया था उन्होंने कोविड को हरा दिया था.

By

Published : Apr 23, 2021, 4:13 PM IST

Updated : Apr 23, 2021, 7:52 PM IST

corona warrior kasturi bai
कोरोना वॉरियर कस्तूरी बाई

दुर्ग:प्रदेश में कोरोना के हालात चिंताजनक हैं. रायपुर के बाद दुर्ग जिले में पॉजिटिव मरीजों के आने का सिलसिला जारी है. लेकिन कोरोना से रिकवरी भी तेजी से हो रही है. ऐसी ही एक राहत भरी खबर भिलाई के चंदूलाल चंद्राकर कोविड केयर सेंटर से मिली. जहां 76 साल की बुजुर्ग महिला कस्तूरी बाई साहू ने कोरोना की जंग जीत ली है. कस्तूरी साहू बलोदा बाजार जिले की रहने वाली हैं. जो फिलहाल दुर्ग में अपने रिश्तेदार के पास रह रही हैं. उन्हें 17 अप्रैल को काफी नाजुक हालत में भर्ती कराया गया था. महज 5 दिन वे हॉस्पिटल में रहीं और अब अपने घर वापस लौट गई हैं.

बुजुर्ग ने कोरोना को दी मात

बुजुर्ग कस्तूरी साहू के कोविड पॉजिटिव आने पर उन्हें चंदूलाल चंद्राकर कोविड केयर सेंटर में भर्ती कराया गया था. एडमिट होते वक्त उनका ऑक्सीजन लेवल 85 से नीचे था. सीटी लेवल (cycle threshold) 25 में से 13 था. वो खाना भी नहीं खा रही थीं. इस वजह से मेडिकल टीम के लिए उपचार देना बड़ी चुनौती थी. बुजुर्ग महिला के शरीर कमजोरी आ गई थी, साथ ही वे डायबिटीज और हाइपरटेंशन की मरीज थी. भर्ती होने के बाद उन्हें मेडिसिन दी गई और इलाज शुरू किया गया. उन्हें 5 दिनों तक डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया था. अब वे स्वस्थ होकर घर लौट चुकी हैं.

रायपुर में रेमडेसिविर इंजेक्शन पर CMHO ने पूछा- 'प्रिसक्रिप्शन डॉक्टर लिख रहे हैं या कर्मचारी'

फ्लूइड के माध्यम से दिया गया फूड

कोविड केयर सेंटर के डॉक्टर इशांत साहू ने बताया कि जब कस्तूरी बाई को हॉस्पिटल लाया गया था, तब उनकी स्थिति काफी नाजुक थी. बुजुर्ग को फौरन भर्ती कर उपचार शुरू किया गया. महिला का फीडिंग जीरो था. तब उन्हें फ्लूइड के माध्यम से भोजन और दवाई दी गई. दिन में चार बार इस विधि को अपनाया गया. एंटीवायरल थेरेपी की शुरुआत की गई. इलाज शुरू करने के दिन से ही महिला के शरीर में अच्छा सुधार हुआ और वह महज पांच दिनों में स्वस्थ होकर घर लौट गईं.

नेक पहल: गरियाबंद के एक व्यापारी नि:शुल्क उपलब्ध करा रहे ऑक्सीजन कैन

दुर्ग जिले में पिछले दो दिनों के आंकड़े

तारीख पॉजिटिव मरीज डिस्चार्ज मरीज मौत
21 अप्रैल 1659 7 13
22 अप्रैल 1759 11 16
Last Updated : Apr 23, 2021, 7:52 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details