धमतरी: कोरोना वायरस के कारण पूरे देश भर में 21 दिनों का लॉकडाउन किया गया है. लोगों को जरूरत का सामान उपलब्ध हो जाए इसके लिए प्रशासन ने सब्जी दूध, फल और किराना के जरूरी सामानों की दुकानें निर्धारित समय सीमा के भीतर खोलने के निर्देश दिए हैं, लेकिन इन सबके बीच पशुओं को चारा मुहैया नहीं हो पा रहा है. इस स्थिति को देखते हुए शहर के जागरूक युवा सामने आए हैं, जो कि शहर में घूम-घूमकर इन पशुओं को चारा के साथ रोटी खिला रहे हैं.
बेजुबान जानवरों की मदद के लिए आगे आए युवा, बांट रहे चारा और रोटी - लॉकडाउन न्यूज
कोरोना वायरस के कारण हुए लॉकडाउन का असर अब बेजुबानों पर भी देखने को मिला. वे कुछ बोल नहीं सकते, लेकिन हम तो उनका इशारा समझ सकते हैं. ऐसा ही कुछ इशारा पशु प्रेमियों को बेजुबानों ने किया, जिसके बाद पशु प्रेमी उनका इशारा समझकर उनके भूखे पेट को शांत किया है.
धमतरी शहर में आवारा गाय, सांड, कुत्तों की भरमार है. लॉकडाउन के कारण इन बेजुबानों को भी भूखे रहना पड़ रहा है. इस बीच कुछ लोग जब अपने घरों से बाहर आए तो भूखे कुत्ते उनकी ओर दौड़ने लगे. यह नजारा देख कुछ पशु प्रेमियों ने बेजुबानों की भूख मिटाने के लिए कुछ करने की सोची. इसके लिए बकायदा उन्होंने प्रशासन से लॉकडाउन में काम करने की अनुमति मांगी, जिसके बाद संवेदनशील कलेक्टर ने इन युवाओं को अनुमति दे दी. ये पशु प्रेमी रोजाना गांव से हरी घास लाते हैं और आवारा मवेशियों को खिलाकर उनकी भूख मिटा रहे हैं. वहीं कुत्तों के लिए हजार से भी ज्यादा रोटी रोजाना तैयार कर उन्हें खिला रहे हैं.
लॉकडाउन के बीच युवाओं के इस पहल की तारीफ अब शहर के लोग भी कर रहे हैं. उनका मानना है इंसान तो इस विपदा में मांग सकता है, लेकिन बेजुबान नहीं. यह मानव सेवा से कहीं बढ़कर है.