धमतरी: जिले में महिला समूहों के जरिए स्वावलंबन और महिला सशक्तिकरण का दौर बदस्तूर जारी है. समूह से जुड़कर महिलाएं ना सिर्फ आत्मनिर्भर बन रही हैं, बल्कि उन्हें अच्छी खासी आमदनी भी हो रही है. प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी सुराजी गांव योजना के तहत नरवा, गरूवा, घुरवा, बाड़ी कार्यक्रम के तहत जिला मुख्यालय से लगे भटगांव की महिलाएं कम समय में न सिर्फ सब्जियों की खेती लेकर आय का मार्ग प्रशस्त कर रही हैं, बल्कि गेंदा फूल लगाकर और उन्हें बेचकर अपनी आर्थिक गतिविधियों को नई दिशा प्रदान कर रही हैं.
1800 गेंदों के पौधों का रोपण
धमतरी के ग्राम भटगांव में महिला स्व सहायता समूह की ओर से डीएमएफ फंड से दो एकड़ की शासकीय भूमि पर सब्जी और फूलों का उत्पादन किया जा रहा है. समूह की 10 सदस्यीय महिलाओं ने विभिन्न सब्जियों के साथ 1800 से ज्यादा गेंदों के फूलों के पौधे लगाए हैं.
40 रुपए प्रति किलो गेंदों के फूलों की बिक्री
त्यौहारी सीजन और आगामी शादियों को देखते हुए धमतरी शहर में गेंदे के फूलों की काफी मांग है. समूह की महिलाओं ने बताया कि दो से चार दिन अंतराल में 5 से 10 किलो फूल तोड़ लिया जाता है. जिसे शहर के फूल विक्रेताओं के पास 40 रुपए प्रति किलो की दर से बेचा जाता है. इससे महिलाओं की अच्छी आमदनी हो रही है. महिलाओं ने बताया कि पहले वे रोजी रोटी के लिये खेतों पर कार्य किया करती थीं, लेकिन जब से सुराजी गांव योजना की शुरुआत हुई है प्रशासन और पंचायत की मदद से वे अब आत्मनिर्भर होकर काम कर रही हैं, महिलाओं ने बताया कि शुरू में जो आमदनी हुई उससे उन्होंने पौधे, खाद्य वगैरह समेत दूसरी खेती की सामग्री पर खर्च करना पड़ा, लेकिन अब हो रहे फायदे से वे अच्छा महसूस कर रही हैं.