धमतरी: लोग बीमार पड़ने पर अस्पताल की ओर दौड़ते हैं, लेकिन जरा सोचिए कि आम लोगों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने वाले अस्पताल अगर खुद बीमार पड़ जाए तो आप कहां जाएंगे. जिले में एक ऐसा अस्पताल है, जहां लोग जाने से घबराते हैं. जिला मुख्यालय से तकरीबन 80 किलोमीटर दूर गढ़डोंगरी का उप स्वास्थ्य केंद्र पूरी तरह जर्जर हो चुका है. हॉस्पिटल की हालत इतनी बदतर है कि ये कभी भी ढह सकता है. सुविधाओं के अभाव में मरीज डर के साए में इलाज कराने को मजबूर हैं.
यहां इलाज के लिए आए मरीजों के सिर पर मंडराती है 'मौत', फिर भी ट्रीटमेंट कराने को मजबूर - जर्जर उप स्वास्थ्य केंद्र
जिला मुख्यालय से तकरीबन 80 किलोमीटर दूर गढ़डोंगरी का उप स्वास्थ्य केंद्र पूरी तरह जर्जर हो चुका है. हॉस्पिटल की हालत इतनी बदतर है कि ये कभी भी ढह सकता है.
कभी भी गिर सकती है अस्पताल की छत
बता दें कि नगरी विकासखंड के गढ़डोंगरी का उप स्वास्थ्य केंद्र पिछले 3 सालों से जर्जर हालत में है. यहां के ग्रामीण और पंचायत प्रतिनिधि कई बार इसकी शिकायत शासन-प्रशासन से कर चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद भी इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है. आलम ये है कि उप स्वास्थ्य केंद्र में कोई भी मरीज इलाज कराना दूर घुसने से भी डरता है. अस्पताल की छत पूरी तरह जर्जर हो चली है जो कभी भी गिर सकती है.
दीवारों की हालत दयनीय
दीवारें भी अपनी दयनीय हालत पर आंसू बहा रही हैं. आसपास कोई बड़ा अस्पताल नहीं है लिहाजा मरीज इसी अस्पताल में दूरदराज से इलाज कराने पहुंचते हैं. इसके आलावा महिलाओं का प्रसव भी यहीं कराया जाता है. लोगों का कहना है कि लंबे समय से अस्पताल इसी हालत में है.