धमतरी:शहर के लिए शासन की ओर से अधिग्रहित जमीन एक बार फिर विवादों में फंसती नजर आ रही है. शहर से लगे ग्राम पंचायत श्यामतराई के सभी लोग इसके विरोध में खड़े हो गए हैं. वहीं प्रशासन अपने इरादों पर अडिग नजर आ रही है.
भूमि अधिग्रहण को लेकर लोगों का विरोध धमतरी में राईसमिल सबसे बड़ा उद्योग है. यह अब शहर के लोगों की जीवन शैली प्रभावित कर रही है. ऐसे में बहुत जरूरी है कि, उद्योगों के लिए अलग इलाका और अलग जमीन तय हो, ताकि शहर और उद्योगों का विकास आपस में न उलझ जाए.
55 एकड़ जमीन पहले भी अधिग्रहितकरीब दस साल पहले शहर से लगे नेशनल हाईवे के किनारे श्यामतराई में 10 एकड़ जमीन लघु उद्योगों के लिए तय की गई थी. उस वक्त भी खासा विवाद हुआ था.
विरोध में एकजुट गांवअब जब सरकार ने जमीन अधिग्रहित कर ली है, तो पूरा गांव इसके विरोध में एकजुट हो गया है. गांववालों का कहना है कि 'पहले भी सरकार ने अलग-अलग योजनाओं के लिए गांव की 55 एकड़ जमीन अधिग्रहित कर ली थी.
'प्रशासन ने पहले ही अधिग्रहित की जमीन'गांववालों का कहना है कि उनकी जमीन प्रशासन की ओर से पहले ही अधिग्रहित की जा चुकी है. ऐसे में अब उनके पास कुछ ही जमीन गुजारे के लिए बची है और अगर सरकार इसे भी अधिग्रहित कर लेगी तो उनके पास रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो जाएगा.