धमतरी:रेमडेसिविर इंजेक्शन (remdesivir injection) की कमी को देखते हुए धमतरी कलेक्टर जयप्रकाश मौर्य ने सख्त कदम उठाया है. अब किसी भी निजी हॉस्पिटल के डॉक्टर मरीजों को रेमडेसिविर इंजेक्शन की पर्ची नहीं लिख सकेंगे. कलेक्टर के आदेश का उल्लंघन करने पर कार्रवाई की जाएगी.
धमतरी के निजी अस्पतालों में नहीं होगी रेमडेसिविर इंजेक्शन की सप्लाई रेमडेसिविर की डिमांड बढ़ी
जिले में प्रतिदिन 700 डोज रेमडेसिविर की डिमांड बढ़ गई, लेकिन इसकी आपूर्ति नहीं होने से मरीजों की जान पर खतरा मंडराने लगा है.इधर दवाइयों की आपूर्ति नहीं होने से निजी अस्पतालों के डॉक्टरों को भी इलाज करने में पसीने छूट रहे है. इस बीच रेमडेसिविर इंजेक्शन को लेकर कालाबाजारी की शिकायतें भी सामने आने लगी.मरीज के परिजनों को महंगे दामों में खरीदने पर मजबूर होना पड़ा.
धमतरी के निजी अस्पतालों में नहीं होगी रेमडेसिविर इंजेक्शन की सप्लाई कलेक्टर ने उठाया सख्त
रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी और अधिक कीमतों में बेचे जाने की शिकायत पर कलेक्टर जयप्रकाश मौर्य को मिली थी. आदेश में साफतौर पर कहा गया है कि अब किसी भी निजी हाॅस्पीटल में मरीजों को रेमडेसिविर इंजेक्शन की पर्ची डाॅक्टर नहीं लिख सकेगें और अगर ऐसा करते है तो उन पर कार्रवाई की जाएगी.
धमतरी में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी के बाद प्रशासन ने दिए सख्त निर्देश
निजी अस्पतालों में नहीं हो सकेगी सप्लाई
कलेक्टर जयप्रकाश मौर्य ने स्पष्ट निर्देश दिया कि रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए जिले में पंजीकृत डीलरों को निर्माता कंपनी से जितनी मात्रा में आपूर्ति होती है. उसका पूरा ब्यौरा देना होगा.वही इंजेक्शन की आपूर्ति किसी भी परिस्थिति में निजी अस्पतालों में नहीं की जाएगी. डीलर सिर्फ शासकीय अस्पतालों और जिला प्रशासन की ओर से स्थापित निजी डेडीकेटेड कोविड केयर सेंटर में ही सप्लाई कर सकेंगे. उनका ब्यौरा भी आनलाइन स्वास्थ्य विभाग को देना होगा. यदि कोई डीलर इस निर्देश का पालन नहीं करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
जिले में फिलहाल 194 डोज उपलब्ध
धमतरी जिले में रेमडेसिविर इंजेक्शन की 194 डोज उपलब्ध है, जिसे मरीजों को अतिआवश्यक होने पर ही उपलब्ध कराया जाएगा. वहीं ये इंजेक्शन सिर्फ शासकीय 13 डेडिकेटेड अस्पतालों में ही उपलब्ध होंगे. इसके अलावा निजी व्यक्तियों को यह इंजेक्शन बेचने पर आगामी आदेश प्रतिबंध लगा दिया गया है. ऐसे में जिला प्रशासन की इस आदेश से लोग अब राहत की सांस ले रहे है.