धमतरी : छत्तीसगढ़ में पटवारियों की हड़ताल को एक महीने पूरे हो गए हैं. इस दौरान अब राजस्व निरीक्षकों ने भी पटवारियों के हड़ताल को समर्थन दिया है.इस दौरान पटवारियों को हड़ताल से वापस लौटने के लिए सरकार ने कहा.लेकिन नहीं मानने पर सरकार ने एस्मा लगा दिया. बावजूद इसके पटवारी आंदोलन खत्म करने को तैयार नहीं हैं.
Patwari Strike In Chhattisgarh : पटवारी हड़ताल के एक महीने पूरे, अब एस्मा के बाद सरकार को पटवारियों ने दी धमकी - पटवारियों की मांग
धमतरी में पटवारी संघ अपनी आठ सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल कर रहा है. आपको बता दें कि पटवारियों के खिलाफ सरकार ने एस्मा लगाया है.लेकिन एस्मा भी पटवारियों के हौंसले कम नहीं कर पाया है.
पटवारियों ने दी सरकार को धमकी :धमतरी के गांधी मैदान में 8 सूत्रीय मांगों कों लेकर पटवारी पेड़ के नीचे लगातार धरना दे रहे हैं. इस हड़ताल के कारण राजस्व का कामकाज भी प्रभावित हो रहा है. वैसे चुनावी साल में सरकारी कर्मचारियों के हड़ताल और आंदोलन ज्यादा देखने को मिलते हैं. चुनावी साल में अपनी मांगें मनवाने के लिए सरकार पर दबाव बनाना आसान होता है. धमतरी में पटवारियों ने साफ कहा कि ''उनकी मांग ढाई साल पुरानी है. अब भी अगर सरकार नहीं मानती है तो आगामी चुनावों में इसका नुकसान सत्ताधारी दल को होगा.''
क्या है पटवारियों की मांगें :छत्तीसगढ़ पटवारी संघ 8 सूत्रीय मांगों को लेकर 15 मई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. पटवारियों की मांगें हैं कि, वेतन विसंगति को दूर कर वेतन में बढ़ोत्तरी की जाए, वरिष्ठता के आधार पर प्रमोशन दिए जाएं. राजस्व निरीक्षक के कुल पदों मे 50 प्रतिशत पर पटवारियों के वरिष्ठता के आधार पर और 50 प्रतिशत पदों पर विभागीय परीक्षा के आधार पर प्रमोशन दिया जाए. 5 साल पूरा कर चुके पटवारियों को राजस्व निरीक्षक की ट्रेनिंग दी जाए.
पटवारियों को चाहिए कई चीजों के लिए भत्ता : इसके साथ ही पटवारियों ने संसाधन और भत्ते, स्टेशनरी भत्ता और अतिरिक्त प्रभार के हल्के का भत्ता दिया जाना चाहिए. आपको बता दें कि विधानसभा चुनाव को ज्यादा समय नहीं बचा है. ऐसे में हड़ताल और धरना प्रदर्शन के कारण सरकार को परेशानी हो सकती है.