धमतरी:कोविड-19 के संक्रमण से सारी दुनिया की गतिविधियां थम सी गई है. ये वायरस अब तक हजारों लोगों की जान ले चुका है. इस दौरान बच्चों को कोरोना के निगेटिव इफेक्ट से बचाने के लिए यूनिसेफ के सहयोग से 'परख' कार्यक्रम चलाए जा रहा है. शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर करने के लिए शुरू किया गया 'परख' कार्यक्रम की पूरे प्रदेश में चर्चा है. इस कार्यक्रम के जरिए नौनिहालों का रुझान पढ़ाई के साथ-साथ अन्य गतिविधियों में भी देखने को मिल रहा है.
मानसिक तौर पर फिट रहना जरूरी
जिले में पढ़ाई को लेकर चलाए जा रहे अलग-अलग प्रोजेक्ट कोरोना संकट के बाद भी सुरक्षित ढंग से क्रियान्वित हो रहे हैं. एक तरफ प्रदेश सरकार की तरफ से संचालित ऑनलाइन शिक्षण कार्यक्रम "पढ़ाई तुंहर द्वार" के जरिए बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई चल रही है. वहीं "सीख" कार्यक्रम के जरिए भी बच्चों को रोचक तरीके से शिक्षा दी जा रही है. अब यूनिसेफ और जिला प्रशासन के संयुक्त प्रयास से 'सीख' का पायलट प्रोजेक्ट धमतरी और कुरूद में शुरू किया गया है, जहां प्राथमिक स्तर के बच्चों के हितों को ध्यान में रखकर 'सीख' कार्यक्रम की शुरुआत की गई है.
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