धमतरी: समर्थन मूल्य पर धान खरीदने के बाद अब छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार (Congress government) धान के रखरखाव में फेल नजर आ रही है. धमतरी में पिछले दिनों हुई बारिश में धान खरीदी केंद्र (paddy procurement center) और संग्रहण केंद्र में रखे धान भीगकर खराब हो रहे हैं. इस पर बीजेपी का आरोप है कि प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है. भाजपा इसे छत्तीसगढ़ सरकार की नाकामी बता रही है.
धान उठाव को लेकर बीजेपी का आरोप धमतरी जिले में धान खरीदी बंद होने के करीब 4 महीने बाद भी संग्रहण केंद्रों में लाखों क्विंटल धान जाम हो गया है. सोसायटी में उठाव के अभाव में पड़े हजारों क्विंटल धान के भीगने का खतरा बना हुआ है. राइस मिल मालिकों की मनमानी और शासन-प्रशासन के ढुलमुल रवैये के कारण अब बेमौसम बरसात की वजह से धान भीग रहा है. खुले आसमान के नीचे रखे धान के खराब होने से लाखों रुपए के नुकसान की आशंका है.
संग्रहण केंद्र में रखा धान कवर्धा में सरकारी अव्यवस्था की भेंट चढ़ा हजारों क्विंटल धान
बीजेपी का आरोप
छत्तीसगढ़ में धान एक बड़ा मुद्दा है. धान खरीदी के मसले पर यहां सरकार बनती-बिगड़ती है. उसके बाद भी हर साल लाखों का धान बारिश में भीगकर सड़ जाता है. धमतरी विधायक रंजना साहू (Dhamtari MLA Ranjana Sahu) इसके लिए छत्तीसगढ़ सरकार (Chhattisgarh Government) को जिम्मेदार बता रही हैं. वे सरकार की नाकामी गिना रही हैं. विधायक ने कहा कि कांग्रेस सरकार किसानों को विश्वास दिलाकर सत्ता में आई है, लेकिन ये सरकार उस पर खरा नहीं उतर पाई है. सरकार के कुप्रबंधन और गलत नीतियों के कारण आज प्रदेश में ये स्थिति है. उन्होंने कहा कि धमतरी में आज की तारीख में 10 करोड़ रुपये का करीब 75 हजार 490 क्विंटल धान संग्रहण केंद्रों में जमा है. धान का उठाव नहीं होने की वजह से बारिश के कारण धान बोरियों में ही अंकुरित हो रहे हैं.
किया जा रहा रखरखाव: कलेक्टर
इस संबंध में धमतरी कलेक्टर पीएस एल्मा (Dhamtari Collector PS Elma) का कहना है कि संग्रहण केंद्रों में रखरखाव किया जा रहा है. वहां से जिले के राइस मिलर लगातार धान का उठाव कर रहे हैं. वहां किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं है. उन्होंने कहा कि निरीक्षण करके व्यवस्था की जानकारी ली जाएगी.