धमतरी:जिले लाल आंतक का खौफ जारी है. नक्सली कंमाडर के एनकाउटंर बाद नक्सलियों में बौखलाहट देखी जा रही है. यही वजह है कि अब नक्सली अपना बदला लेने के लिए पुलिस की मुखबिरी के शक होने पर ग्रामीणों की हत्या कर रहे हैं. नक्सलियों ने खल्लारी थाना क्षेत्र के आमझर गांव के सीताराम नेताम की हत्या मुखबिरी के शक में कर दी है. फिलहाल पुलिस मर्गकायम कर मामले की जांच में जुट गई है.
धमतरी में नक्सलियों ने मुखबिरी के शक में की ग्रामीण की हत्या धमतरी एडिशनल एसपी मनीषा ठाकुर (Dhamtari Additional SP Manisha Thakur) ने बताया कि खल्लारी थाना क्षेत्र के आमझर गांव में रहने वाले युवक सीताराम नेताम को नक्सलियों ने 16 जून की रात अगवा कर लिया था. नक्सलियों ने बाद में उसकी हत्या कर दी थी. सुबह ग्रामीणों ने सीताराम की लाश देखी तो इसकी सूचना पुलिस को दी. इसके बाद पुलिस की टीम घटनास्थल पहुंची. पुलिस को लाश के पास से एक पर्चा मिला है. जिसमें नक्सलियों ने साफ लिखा है कि 'कमांडर अजित को मरवाने में सीताराम ने पुलिस की मदद की थी. इसलिए उसे मौत की सजा दी जा रही है'. पुलिस ने सीताराम की लाश को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है. वहीं मामले की जांच सहित इलाके में सर्चिग तेज कर दी है.
मुखबिरी के शक में नक्सलियों ने की ग्रामीण की हत्या
चार लोगों की कर चुके हैं हत्या
बता दें कि इससे पहले भी नक्सली इसी तरह से 4 लोगों की हत्या कर चुके हैं. सभी हत्याओं के पीछे यही वजह बताई गई है. 16 फरवरी 2021 को ही नक्सलियों ने मुखबिरी के शक में घोरागांव निवासी अमरदीप मरकाम और 10 मार्च को गादुलबहरा निवासी प्रहलाद नेताम की हत्या कर दी थी. ग्राम गादुलबहरा निवासी प्रहलाद मरकाम अपने पिता की मौत की सूचना मिलने पर गांव पहुंचा था. 4 नवम्बर 2020 को नक्सलियों ने करही पंचायत के सरपंच पति का भी गला रेत कर हत्या कर दी थी.
कांकेर: नक्सलियों ने मुखबिरी के शक में की ग्रामीण की हत्या
पिछले दो सालों में सुरक्षाबलों की मिली कामयाबी
दरअसल जिले में बीते कुछ सालों में सुरक्षाबलों की नक्सलियों के साथ कई मुठभेड़ हुई. 30 अगस्त की रात गरियाबंद-धमतरी बार्डर पर घोरागांव के जंगलों में मुठभेड़ हुई थी. इसमें जवानों ने नक्सली एरिया कमांडर रवि उर्फ मलेश कुंजाम को मार गिराया था. इसके पहले ही 22 जून 2019 को कांकेर सीमा से सटे कटीगांव जंगल में भी सुरक्षाबलों की नक्सलियों से मुठभेड़ हुई थी. इसमें सीतानदी एरिया कमेटी की सचिव सीमा मंडावी मारी गई थी. वहीं 2 साल पहले 30 मार्च को खल्लारी थाना इलाके के आमझर क्षेत्र में 5 लाख 10 हजार का इनामी सीतानदी एरिया कमांडर अजीत मोड़ियाम और एक लाख 10 हजार इनामी रामसु कुंजाम को गिरफ्तार किया गया था.