धमतरी : कोरोना महामारी के संकट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने "आत्मनिर्भर भारत'' का नारा दिया है. इसी कड़ी में धमतरी की महिला स्वयंसहायता समूह की महिलाएं लेमन ग्रास का उत्पादन कर रही हैं. इससे महिलाओं को न केवल रोजगार मिल रहा है, बल्कि वे आत्मनिर्भर भी बन रही हैं.
महिलाएं बन रही हैं आत्मनिर्भर भटगांव में जिला प्रशासन की पहल पर स्वसहायता समूह की महिलाओं ने तकरीबन 3 एकड़ में हर्बल लेमन ग्रास का उत्पादन किया है. जहां समूह की महिलाएं मनरेगा योजना के तहत हर्बल लेमन ग्रास चाय मसाला उत्पाद तैयार कर स्थायी रोजगार की दिशा में उन्मुख हो रही हैं.
महिलाएं कर रही हैं लेमन ग्रास की खेती सोलर एनर्जी के साथ कर रही हैं बिजनेस रोजी-रोटी के लिए करती थीं काम जय भवानी महिला स्वसहायता समूह की महिलाएं बताती हैं कि वे पहले मजदूरी करती थीं, लेकिन जिला प्रशासन के सहयोग से अभी महिलाएं समूह बनाकर लेमन ग्रास की खेती कर रही हैं. महिलाओं को उम्मीद है कि लेमन ग्रास की खेती से उन्हें अच्छी आमदनी होगी.
महिलाएं उगा रही हैं लेमन ग्रास हरसंभव मदद करेगा प्रशासन बता दें कि यह फसल करीब 150 दिनों में तैयार हो जाती है. लेमन ग्रास चाय मसाला रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है. ये कई रोगों से लड़ने में सहायक है. लेमन ग्रास की सर्दी, जुकाम, खांसी को दूर करने सहित मोटापा कम करने में महती भूमिका होती है. ये शरीर को स्वस्थ रखने में सहायक होता है. जिला पंचायत सीईओ का कहना है कि समूह की महिलाओं को प्रेरित करने के लिए उन्हें हरसंभव मदद दिया जा रहा है.
आत्मनिर्भर बन रही हैं महिलाएं आत्मनिर्भर बन रहीं महिलाएं बहरहाल लेमन ग्रास की खेती कर रही महिलाओं के चेहरे पर अब मुस्कान देखने को मिल रही है. वहीं मजदूरी करने वाली ये महिलाएं अब किसान बन चुकी हैं और कई लोगों को रोजगार मुहैया करा रही हैं.