धमतरी: 15 जून से शासन के आदेश के बाद धमतरी जिले में रेत खदान बंद (sand mines closed in dhamtari) कर दिए गए हैं, लेकिन रेत माफिया के हौसले और शासन-प्रशासन के ढुलमुल रवैये के कारण अवैध रेत उत्खनन (illegal sand mining) की शिकायतें सुनने और देखने को मिलती रहती हैं. इन्हीं शिकायतों के बाद कांकेर सांसद मोहन मंडावी (Kanker MP Mohan Mandavi) ने एक बार फिर माइनिंग अधिकारी को फटकार लगाई है.
दरअसल धमतरी जिले में रेत खनन का काला खेल आज का नहीं है. पहले भाजपा सरकार में भी रेत का अवैध उत्खनन धड़ल्ले से चलता था. अब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है. विपक्ष में भाजपा है. आरोप-प्रत्यारोप का खेल दोनों पार्टियों में चलता आया है. रेत माफिया आधी रात को महानदी का सीना चीरकर रेत का अवैध खनन कर रहे हैं. जब मामले की शिकायत धमतरी के पूर्व प्रभारी रहे मंत्री कवासी लखमा से की गई थी, तब उन्होंने भी खनिज अधिकारी को फटकार लगाई थी. एक बार फिर खनिज अधिकारी को कांकेर विधानसभा क्षेत्र के सांसद मोहन मंडावी ने फटकार लगाई है.
मंत्री की बात न सुनना दुर्भाग्यपूर्ण: सांसद
सांसद ने कहा कि 15 जून से रेत खदान बंद होने के बाद भी अवैध खनन, चेन माउंटेन से खनन, अनाधिकृत तरीके से रेत डंप और रात भर डंपर चलने की शिकायत मिल रही है. हाईवा चलने से प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (Pradhan Mantri Gram Sadak Yojana) की सड़कें और पुल-पुलिया खराब हो रहे हैं. रेत माफिया के कारण मंगलवार को मारपीट की घटना हुई है. उन्होंने कहा कि दोबारा अगर ऐसी शिकायत मिली, तो कार्रवाई की जाएगी. सांसद ने अधिकारी के मंत्री की बात न मानने पर शासन को कमजोर बताया और कहा कि अधिकारी अगर मंत्री की बात नहीं मान रहे, तो ये दुर्भाग्य की बात है. ये सरकार का लूप होल है.
रात के अंधेरे में किया जा रहा अवैध खनन
धमतरी जिले में भी रेत माफिया खुले आम रेत खनन कर रहे हैं. महानदी (mahanadi) में ग्राम खरेंगा, दर्री, भरारी, जवरगांव, लीलर समेत कई जगहों पर रात में मशीन लगाकर रेत उत्खनन किया जा रहा है. इस दौरान मंगलवार को दरगहन में रेत खनन का विरोध करने पर ग्रामीणों से मारपीट का मामला सामने आया था.