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जाह्नवी को मिलेगा राज्य वीरता पुरस्कार, भाई की बचाई थी जान - जान्हवी राजपूत

छत्तीसगढ़ राज्य वीरता पुरस्कार 2020-21 के लिए चयनित बच्चों में रायपुर की टिकरापारा निवासी 12 वर्षीय कुमारी उन्नति शर्मा, धमतरी जिले की कुरूद निवासी 12 वर्षीय जाह्नवी राजपूत और दुर्ग जिले के खुड़मुड़ा गांव के रहने वाले दुर्गेश सोनकर शामिल हैं. जाह्नवी ने ईटीवी भारत से कहा कि वह सिपाही बनकर देश की सेवा करना चाहती है.

State Bravery Award 2021
जान्हवी को मिलेगा राज्य वीरता पुरस्कार

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Published : Jan 13, 2021, 10:26 PM IST

Updated : Jan 14, 2021, 1:19 AM IST

धमतरी: मुश्किल समय में हौसला हारने के बजाए सूझबूझ से काम किया जाए तो बड़ी से बड़ी आपत्ति को टाला जा सकता है. ऐसी ही सूझबूझ दिखाकर लोगों को हैरत में डालने वाली साहसी बालिका जाह्नवी राजपूत को राज्य वीरता पुरस्कार से नवाजा जाएगा. रायपुर में 26 जनवरी को राज्यपाल के हाथो जाह्नवी को राज्य वीरता पुरस्कार दिया जाएगा.

जान्हवी को मिलेगा राज्य वीरता पुरस्कार

दरअसल, धमतरी जिले के कुरूद में रहने वाली जाह्नवी राजपूत ने न सिर्फ सूझबूझ का परिचय दिया था बल्कि अपनी जान पर खेलकर करंट से चिपक रहे अपने भाई की जान बचाई थी. तब जाह्नवी के अदम्य साहस और सूझबूझ को हर किसी ने सलाम किया था. वहीं अब वीरता पुरस्कार की जानकारी मिलते ही जाह्नवी के परिवार और आसपास क्षेत्रों में खुशी का माहौल है.

भाई की बचाई थी जान

कई बार खेल-खेल में बच्चों की जान आफत में पड़ जाती है. ऐसा ही वाक्या धमतरी के कुरूद में देखने को मिला था. 15 अगस्त 2020 को 11.30 बजे के आसपास ऐसी घटना घटी कि सब हैरत में पड़ गए. कारगिल चौक निवासी भारत भूषण राजपूत का 5 वर्षीय बेटा शिवांश राजपूत छत के पास खेल रहा था, छत की ऊंचाई करीब 14 फीट है. खेलते-खेलते शिवांश छत से गुजरने वाले बिजली के तार की चपेट में आ गया.

पढ़ें-छत्तीसगढ़ के तीन बहादुर बच्चे राज्य वीरता पुरस्कार के लिए चयनित

शिवांश को बचाने की कोशिश में उसकी मां और बहन भी बिजली के झटके से दूर गिर गई. शिवांश बिजली की तार से चिपका तड़प रहा था. इसी दौरान शिवांश की 12 वर्षीय बड़ी बहन जाह्नवी राजपूत ने सूझबूझ से छत में रखे बांस को उठा लिया और तार पर जोर जोर से मारने लगी. इससे शिवांश बिजली के तार से छूट गया, लेकिन छत से वह गिरने लगा. बहन जाह्नवी ने हिम्मत दिखाते हुए शिवांश का हाथ पकड़कर उसे ऊपर खींचा और उसकी जान बचा ली.

फौजी बनकर देश सेवा करना चाहती है जाह्नवी

साहसी बालिका जाह्नवीका कहना है कि वह भविष्य में फौज में शामिल होकर देश की सेवा करनी चाहती है. पिता भी अपनी बेटी के इस साहस पर गर्व रहे हैं. वे कहते हैं कि उनकी बेटी ने उनका सीना गर्व से चौड़ा कर दिया है. राज्य वीरता पुरुस्कार मिलने पर वे गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं.

Last Updated : Jan 14, 2021, 1:19 AM IST

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