धमतरी :केरेगांव वनपरिक्षेत्र में शिकारियों को चीतल का शिकार करना महंगा पड़ गया.चीतल के शिकार के आरोप में वन्यजीव अधिनियम के तहत कार्रवाई करते हुए 10 ग्रामीणों को जेल भेजा गया है. इन लोगों ने कांटाकुरीर्डीह क्षेत्र में चीतल का शिकार किया था. इस मामले में वन विभाग ने कार्रवाई करते हुए 10 आरोपियों को जेल भेज दिया है. आरोपियों के कब्जे से धनुष, तीर बरामद किया गया है.
Hunter Arrested in Dhamtari : चीतल का शिकार करना पड़ा महंगा, शिकारी खुद शिकार हो गए - Hunter arrested in Dhamtari
धमतरी में चीतल का शिकार करने वाले शिकारियों को वनविभाग ने पकड़कर जेल भेज दिया है. आरोपियों के पास से तीर धनुष के साथ चीतल का शव भी बरामद किया गया है.
कैसे किया गया शिकार :केरेगांव जंगल क्षेत्र में चीतल, सांभर समेत अन्य वन्य प्राणी गांव में पहुंच जाते हैं. कुछ ग्रामीण इसका फायदा उठाते हैं. ऐसे ही कांटाकुरीर्डीह के स्कूल परिसर के पास पानी पीने आए चीतल का ग्रामीणों ने शिकार किया. इसकी सूचना मिलते ही सर्च वारंट जारी कर डीएफओ धमतरी मयंक पाण्डेय के मार्गदर्शन और एसडीओ धमतरी टीआर वर्मा के निर्देशन में परिक्षेत्र अधिकारी केरेंगांव ने मौके पर कार्रवाई की.जिसमें 10 आरोपियों को चीतल के शव के साथ गिरफ्तार किया गया.
किन लोगों की हुई गिरफ्तारी :आरोपियों में जोहर सिंह, भुवन कुमार,वीरेंद्र, पुराणिक,मनीराम,राधेलाल समेत दस आरोपियों को वन विभाग ने हिरासत में लेकर पुलिस के हवाले किया है. ये सभी बरबान्धा( बगबुडा पारा) गांव के रहने वाले है.आरोपियों के खिलाफ पीओआर क्रमांक 1487 /13 वन्य प्राणी सरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 9, 50,51,52 के तहत कार्यवाई की गई है. आरोपियों से धनुष 3 नग, तीर 4 नग जब्त किया गया है.