धमतरी: इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय की ओर से पिछले साल भौगोलिक संकेतक यानी ज्योग्राफिकल इंडिकेशन (जीआई) टैग के लिए नगरी दुबराज का प्रस्ताव सरकार के पास भेजा गया था. केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की ट्वीट ने 26 मार्च को अपने ट्वीट में नगरी दुबराज को जीआई टैग मिलने की बात कही. यह सूबे की दूसरी फसल है, जिसे जीआई टैग मिला है. इससे पहले प्रदेश के जीरा फूल को भी जीआई टैग मिल चुका है.
140 दिन में पककर तैयार हो जाता है दुबराज धान:धमतरी का दुबराज सुगंधित चावल है. छोटे दानों वालो यह चावल खाने में बहुत ही नरम होता है. पहले इसकी ऊंचाई 5 फीट से ज्यादा हुआ करती थी, जिसकी वजह से उत्पादन कम होता था और किसान इसमें दिलचस्पी नहीं लेते थे. अब इसमें सुधार करते लंबाई को कम कर दिया गया है, जिससे प्रोडक्शन बढ़ा है. आम तौर पर धान की यह किस्म करीब 140 दिन में पककर तैयार हो जाती है.