धमतरी: धमतरी जिला कृषि के क्षेत्र में अग्रणी जिला है. यहां दोनों सीजन में धान की बंपर पैदावारी होती है. इसके बावजूद इन दिनों यहां के किसान परेशान है. दरअसल किसान बिजली की समस्या से जूझ रहे है. खेतों में किसान रोपाई और बुआई का काम कर रहे है, लेकिन इसके लिए किसानों को पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा है. खरीफ के सीजन में मानसून के भरोसे खेती हो जाती है. रबी सीजन में किसान पंप और बोर के भरोसे रहते है. जिले में बिजली की आंख मिचोली किसानों की खेती पर भारी पड़ रही है.किसानों का कहना है कि यही हाल रहा तो वे बर्बाद हो जाएंगे.
बिजली समस्या से जिले के किसान खासे परेशान है. बिजली को लेकर सबसे ज्यादा परेशानी ग्रामीण क्षेत्रों में है. जहां बिजली कटौती और बार-बार खराबी आ जाने से लोगों में नाराजगी देखने को मिल रही है.बिजली की समस्या का असर खेती-किसानी पर भी पड़ रहा है.ग्रामीणों की शिकायत है कि बिजली बंद होने से कृषि पंप और बोर से पानी नहीं निकल रहा है इससे सिंचाई कार्य प्रभावित हो रहे है.
कृषि पंपों का नियमित संचालन नहीं
जिले में सिंचाई का प्रमुख साधन नदी और नहर है.इसके अलावा कृषि पंप और बोर से भी आवश्यकतानुसार सिंचाई कार्य किया जाता है, लेकिन यहां कई गांव में बिजली कटौती, लाइन फॉल्ट सहित लो वोल्टेज की समस्या आम हो गई है.इसके कारण कृषि पंप का नियमित रूप से संचालन नहीं पा रहा है.
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बिजली के भरोसे किसान
जिले के सभी विकास खंडों में सैकड़ों किसानों ने धान और सब्जी की खेती के लिए कृषि पंप से सिंचाई के लिए बिजली कनेक्शन लिया है.हालांकि खरीफ फसल के लिए मानसून की बारिश के पानी पर निर्भर रहते है लेकिन गर्मी में यहां के किसानों को कृषि पंपों के भरोसे रहना पड़ता है. बार-बार बिजली गुल होने से पंप या बोर से पानी लेना मुश्किल हो जाता है.