आधुनिक खेती से अन्नदाताओं के चेहरे पर नई उमंग धमतरी: जिले के भुरसीडोंगरी गांव में आधुनिक खेती से अन्नदाताओं के चेहरे पर नई उमंग आ गई है. गांव में किसान लगभग 700 एकड़ जमीन पर ड्रिप इर्रिगेशन (सिंचाई) पद्धति से सब्जी की खेती कर रहे हैं. इससे यहां के किसानों के पैसे के साथ समय का भी लाभ हो रहा है.
फसली खेती में मौसम की मार कई बार किसानों की हिम्मत तोड़ देती थी. ऊपर से पानी की कमी के कारण फसल कई बार फसल सूख जाती थी. जिससे किसानों को लाखों का नुकसान होता था, लेकिन आधुनिक खेती ने आज वनाचंल के किसानों के चेहरे पर खुशी ला दी है.
सब्जी की खेती से हो रहा मुनाफा
जिला मुख्यालय से तकरीबन 90 किलोमीटर दूर भुरसीडोंगरी गांव में आधुनिक खेती की नई पहल की गई है. मौजूदा वक्त में यहां के किसान एक हजार एकड़ में सब्जी की खेती कर अच्छी कमाई कर रहे हैं. उन्नत कृषि कर यहां के किसान धान की खेती से हट कर अब सब्जी की खेती को बढ़ावा दे रहे हैं.
ड्रिप इर्रिगेशन से सिंचाई
यहां किसान लगभग 700 एकड़ में ड्रिप इर्रिगेशन (सिंचाई) पद्धति से सब्जी की खेती करते हैं. किसानों की इसी पहल से यहां के कई बेरोजगार युवकों को भी सब्जी बाड़ी में काम मिल रहा है. ग्रामीण बताते हैं, पहलेरोजगार गारंटी का काम उन्हें साल में दो चार महीने ही मिल पाता था और मजदूरी भी समय पर नहीं मिलती थी.कभी-कभी उन्हें मजदूरी के लिए साल भर इंतजार करना पड़ता था, लेकिन अब सब्जी बाड़ी में काम के साथ समय पर मजदूरी मिल रहीहै.
दिल्ली तक सब्जियों की डिमांड
किसानों ने बताया कि, यहां की सब्जी धमतरी, रायपुर और दुर्ग मंडी में भेजी जाती है. यहां अच्छे मुनाफे में सब्जियां बिक जाती हैं. किसानों ने बताया कि, यहां की सब्जियों कीडिमांड दिल्ली तक है.
दूसरे किसानों के लिए बने प्रेरणा
बताते हैं यहां के हर घर से एक सदस्य सरकारी नौकरी में है और सब्जी की खेती भी करता है. जाहिर है हर घर नौकरी होने से गांव के लोग शिक्षित तो हैं ही साथ ही अब इस शिक्षा का उपयोग खेती किसानी में अच्छे ढंग से कर रहे हैं. बहरहाल सब्जी की खेती में क्षेत्र को नई पहचान देने वाले यहां के किसान दूसरे किसानों के लिए प्रेरणा बन गए हैं.