धमतरी: नगरी ब्लॉक के दर्जन भर किसानों के तब होश उड़ गए जब अचानक उन्हें बैंक से रिकवरी का नोटिस मिला. ये नोटिस जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित रायपुर से भेजा गया था. इसमें ढाई लाख तक के लोन रिकवरी की बात लिखी हुई है. कर्ज की भारी भरकम रकम को देखकर किसानों के हाथ पांव फूल गए. न्याय के लिए किसान जिला प्रशासन की शरण में पहुंचे हैं.
किसान हो रहे परेशान:किसानों ने बताया कि "करीब 18 साल पहले उनके पिता या दादा ने कृषि लोन लिया था, जिसके बारे में उन्हें पता ही नहीं है. आज ये नोटिस मिलने से वो परेशान हैं." किसानों ने वो सारे दस्तावेज भी दिखाए जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री ने किसानों का कर्ज माफ करने का ऐलान किया था. अब तक किसान खुद को कर्ज मुक्त समझ रहे थे. लेकिन अब वो लाखों के कर्ज के बोझ से दबा हुआ महसूस कर रहे हैं. किसानों ने साफ कहा कि "इतना कर्ज चुकाने की उनकी हैसियत नहीं है, वो प्रशासन से न्याय चाहते है. इस मामले को जिला प्रशासन ने अपने संज्ञान में लिया है और जांच का आश्वासन दिया है."
यहां के किसानों को मिला है नोटिस:जिला सहकारी बैंक शाखा नगरी ने मुनइकेरा के 10 किसानों को बीस साल बाद कर्ज वसूली की नोटिस थमाने की शिकायत कलेक्टोरेट में हुई है. ग्राम मुनइकेरा के लखमा राम, रतिराम, बुधराम, अमर सिंह, सुखडू, भादू, दयावति, ललिता, डोमार के नाम से जिला सहकारी बैंक नगरी ने नोटिस जारी कर कर्ज की राशि जमा करने के लिए कहा गया है.