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धमतरी नगर निगम का पहला वार्षिक बजट, सत्तापक्ष को घेरने की तैयारी में विपक्ष - धमतरी महापौर विजय देवांगन आज बजट पेश करेंगे

धमतरी नगर निगम का पहला वार्षिक बजट आज पेश होगा. बजट से लोगों को कई उम्मीदें है.

Dhamtari Municipal Corporations first annual budget will be presented today
धमतरी नगर निगम का पहला वार्षिक बजट आज पेश होगा

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Published : Mar 5, 2021, 12:20 PM IST

धमतरी:कोरोना काल के कारण साल भर बाद शुक्रवार को महापौर विजय देवांगन पहला बजट पेश करेंगे. नगर निगम के अफसर सहित महापौर और एमआईसी सदस्यों ने इसकी तैयारी कर ली है. बताया जा रहा है कि करीब 25 लाख रुपये के लाभ या हानि बजट होगा. शहर के लोगों को उम्मीद है कि धमतरी को स्मार्ट सिटी बनाने का जो सपना दिखाया गया है. उसकी एक झलक इस बजट में मिलेगी.

महापौर पेश करेंगे पहला बजट

135 साल बाद नगरपालिका से निगम बने धमतरी में पहली बार कांग्रेस को कुर्सी मिली है. महापौर विजय देवांगन का कार्यकाल एक साल से ज्यादा हो गया है. बीते साल कोरोना वायरस सामान्य सभा नहीं हुई और न ही बजट पेश हुआ था. लिहाजा महापौर विजय देवांगन अपने कार्यकाल का पहला बजट पेश करेंगे.

इसके पहले साल 2018-19 का वार्षिक बजट कांग्रेसी पार्षदों के विरोध, शोर शराबे के बीच पूर्व महापौर अर्चना चौबे ने बजट पेश किया था. बहुमत के आधार पर यह बजट पौने घंटे में ही पास कर दिया गया. जबकि विपक्षी पार्षदों ने पूर्व महापौर पर विकास कार्यो की अनदेखी करने का आरोप लगाया था.

बजट से लोगों को उम्मीदें

लोगों को इस बजट से बहुत अपेक्षाएं है. जो पूरी नहीं हो रही है. मसलन गोल बाजार का उद्धार, सदर बाजार चौड़ीकरण, ट्रांसपोर्ट नगर, चौपाटी का निर्माण, हाइटेक बस स्टैंड, गोकुल नगर और स्विमिंग पूल, ड्रेनेज सिस्टम में सुधार, मल्टी लेवल पार्किंग, गौरव पथ, पेंटिंन गंज की जमीन का अधिग्रहण की मांग लंबे समय से यहां होती रही है.

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इधर विपक्षी पार्षद भी सत्तापक्ष को घेरने की तैयारी में है. बजट के पहले होने वाले सामान्य सभा की बैठक में विपक्ष शहर के विकास के मुद्दों सहित निर्माण कार्यों में बरती गई अनियमितताओं का मामला जोर-शोर से उठाया जा सकते है. ऐसे में बैठक हंगामेदार होने से इंकार नहीं किया जा सकता. विपक्ष का आरोप है शहर में के सभी वार्डों में जन समस्याओं का अंबार लगा हुआ है. वहीं विकास कार्य नहीं होने से नागरिकों को जवाब देते नहीं बन रहा है. प्रदेश में कांग्रेस की सरकार होने के बावजूद सत्तापक्ष निगम में फंड उपलब्ध नहीं करा पा रही है.

बहरहाल भाजपा और कांग्रेस के अपने अहम और टकराव के चलते हर बार शहर के जनहित मुद्दों पर इसका असर पड़ता रहा है. ऐसे में देखना होगा कि कांग्रेस इस बार अपने बजट में शहर के लोगों की उम्मीदों को कितना पूरा कर पाती है.

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